छिंदवाड़ा: जिले के बोहनाखेरी गांव में जिंदा ग्रामीणों की मौत का प्रमाणपत्र जारी कर लाखों रुपए का हेरफेर हुआ है। 23 ग्रामीणों को कागज में मृत बताकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। जब जानकारी जुटाई गई तो कागजों में मृत बताए गए लोग खेत में काम कर रहे थे, तो कुछ लोग घर में आराम कर रहे थे। उन्हें इस बात की खबर भी नहीं थी कि सरकारी कागजों में उनकी मौत हो चुकी है।
वहीं, वो इस बात से बेखबर थे कि ग्रामीणों को मृत बताकर सरकार की तरफ से मिलने वाली 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि निकाल ली गई। हालात ये हैं कि अब ग्रामीण अपने जिंदा होने का सबूत लेकर शासकीय कार्यालयों में घूम रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को तो अब भी खबर नहीं है कि वे सरकारी कागजों में उन्हें मृत घोषित कर दिया है। दो साल के भीतर बने 106 लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र भी संदिग्ध बताए जा रहे हैं।