Ganesh Chaturthi 2022 : नई दिल्ली। 31 अगस्त यानी कल से गणपति बाप्पा घर-घर में विराजमान हो चुके हैं। अब 10 दिनों तक भगवान गणेश की बड़े धूमधाम से पूजा अर्चना की जाएगी। 10 दिनों तक पूरे देश का माहौल भक्ति में डूबा हुआ रहने वाला है। गणेश जी बुद्धि के देवता माने जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान् गणेश की पूजा अर्चना करने से बुद्धि, विद्या और धन की प्राप्ति होती हैं। गणपति बाप्पा संकटों को हरने वाले यानी विघ्नहर्ता भी कहलाते हैं। ऐसे में गणेश चतुर्थी के 10 दिनों के दौरान भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
गणपति पूजा का आयोजन 10 दिन के लिए किया जाता है। इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन उन्हें विसर्जत करके विदा किया जाता है। इन 10 दिनों में शुद्ध सात्विक विचारों के साथ गणपति बप्पा की पूजा करनी चाहिए। इस दिनों कई तरह की चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए। हम आपको बताते हैं इन 10 दिनों तक आपको की नहीं करना चाहिए। खास तौर पर इस दौरान इन गलतियों को बिल्कुल न करें नहीं टी भगवान गणेश क्रोधित हो जाते हैं।
गणेश पूजा के 10 दिन सात्विक और शुद्ध भोजन करना चाहिए। वैसे तो लहसुन और प्याज ये दोनों ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल खाने में लगभग हर घर में होता है। ऐसे में अगर आपके घर में भगवान गणेश की स्थापना की गई है तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि गणेशजी का भोग बनाते हुए लहसुन और प्याज का उपयोग करने से बचना चाहिए।
गणपति पूजन के 10 दिनों में भगवान गणेश को तरह-तरह के फूल और अन्य चीजें चढ़ाई जाती है। भगवान गणेश को दूर्वा बेहद प्रिय है, लेकिन तुलसी से गणेश जी बेहद क्रोधित हो जाते हैं। भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करना वर्जित है। गणेश पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करने से शुभ फल नहीं मिलता है। दरअसल, मान्यता है कि तुलसी ने भगवान गणेश को शादी का प्रस्ताव दिया था। जिसे गणेशजी से स्वीकार नहीं किया और तुलसी ने उन्हें शाप दे दिया। इससे क्रोधित होकर भगवान गणेश ने भी उन्हें राक्षस से शादी करने का शाप दे दिया। इसके बाद से गणेश जी को तुलसी कभी नहीं चढ़ाया जाता है।
बहुत से लोग हर साल नई मूर्तियां तो लाते हैं लेकिन पुरानी मूर्ति विसर्जित नहीं करते, लेकिन ये शुभ फल नहीं देता। ऐसे में अगर आप इस साल अपने घर गणेशजी की स्थापना करना चाहते हैं तो नई मूर्ती ही खरीद कर लाएं। अगर आपके पास कोई पुरानी मूर्ति रखी है तो उसे विसर्जित कर दें। साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें की घर में गणेशजी की दो मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए।
अगर आपके घर में भगवान गणेश विराजित हैं तो आपको उचित प्रकाश का विशेष ध्यान रखना होगा। कहा जाता है कि भगवान गणेश की मूर्ति के पास अंधेरा है तो ऐसे में उनके दर्शन करना सही नहीं होता ऐसे में भगवान के दर्शन न करें। दर्शन करने से पहले वहां अच्छे से लाइट की व्यवस्था हो इस बात को सुनिश्चित कर लें। अंधेरे में भगवान की मूर्ति के दर्शन करना शुभ नहीं माना जाता है। इससे भगवान रुष्ट हो जाते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, किसी भी देवी देवता की पूजा में काले और नीले रंग के वस्त्र नहीं धारण करने चाहिए। आप केवल शनिदेव की पूजा में काले रंग के वस्त्र का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अन्य किसी देवता की पूजा के समय काले और नील रंग के इस्तेमाल से बचाना चाहिए। इसलिए ध्यान रखें की गणेशजी की पूजा में भी आप काले और नीले रंग के वस्त्र न पहने।