CM Yogi’s statement on Waqf properties : नई दिल्ली: वक़्फ़ की सम्पत्तियों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से दिए गए बयान पर मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमाइ-ए-हिन्द ने काढ़ा ऐतराज जताते हुए उनके इस बयान को संवैधानिक और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन करार दिया है।
इस बारें में सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर ट्वीट करते हुए मौलाना महमूद असअद मदनी ने कहा है कि, “वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यूपी मुख्यमंत्री के बयान से ऐसा लगता है जैसे ये किसी दुश्मन की संपत्ति हैं। वक्फ संपत्तियां हमेशा गरीबों, अनाथों और जरूरतमंदों के कल्याण के लिए समर्पित रही हैं। ऐसे बयान संवैधानिक और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन हैं।”
CM Yogi’s statement on Waqf properties : मौलाना मदनी ने कहा कि यूपी वक्फ बोर्ड सीएम योगी की सरकार के संरक्षण में काम कर रहा है। इसके साथ ही एक सेंट्रल वक्फ काउंसिल भी है, जो भारत सरकार के अधीन काम करती है। यह एक सच्चाई है कि भारतीय कानून ने वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए एक उचित और मजबूत व्यवस्था बनाई है। इसलिए ऐसा बयान देते समय उन्हें इसके प्रभावों और परिणामों पर ध्यान देना चाहिए।
मदनी का कहना है कि योगी का यह बयान कि ‘वक्फ बोर्ड एक भू-माफिया है’। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि वह देश के कानून, इसके संविधान और यहां की सरकारों को इस ‘माफिया’ का संरक्षक बता रहे हैं। इतना ही नहीं, इससे यह भी निष्कर्ष निकलता है कि वक्फ संपत्तियां इस देश का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि शत्रु संपत्तियां हैं। मौलाना मदनी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।
CM Yogi’s statement on Waqf properties : सीएम होने के नाते वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा करना योगी आदित्यनाथ का संवैधानिक दायित्व है, हालाँकि उनके इस प्रकार के बयान के बाद ये उम्मीदें खत्म हो गई हैं। मदनी ने आगे यह भी कहा कि उनका यह बयान कि गरीबों के लिए मकान और अस्पताल बनाने के लिए वक्फ की जमीन वापस ली जाएगी, न केवल एक राजनीतिक दावा है, बल्कि वक्फ के वास्तविक उद्देश्यों की भी अनदेखी करता है।
उन्होंने कहा कि वक्फ की जमीन हमेशा गरीबों, अनाथों और जरूरतमंदों की मदद के लिए समर्पित रही है। इसका इस्तेमाल कल्याणकारी कार्यों के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वक्फ की जमीन का इस्तेमाल उसके मूल कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए ही किया जाए।
वक्फ संपत्तियों पर योगी आदित्यनाथ का बयान वास्तविकता से परे: जमीअत उलेमा-ए-हिंद
मौलाना महमूद असअद मदनी: “वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन यूपी मुख्यमंत्री के बयान से ऐसा लगता है जैसे ये किसी दुश्मन की संपत्ति हैं। वक्फ संपत्तियां हमेशा गरीबों, अनाथों और… pic.twitter.com/FwSP7iRKkc— Jamiat Ulama-i-Hind (@JamiatUlama_in) January 9, 2025