नई दिल्ली। सीएम बघेल अपने दिल्ली दौरे के दौरान नेशनल हेराल्ड के दफ्तर भी पहुंचे। भूपेश ने दफ्तर में अखबार के पत्रकारों और कर्मचारियों से मुलाकात की। भूपेश ने पत्रकारों के संग खिचाई फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि नेशनल हेराल्ड दफ्तर पहुंचकर आत्मिक संतोष मिला। बघेल ने ‘नवजीवन’ और ‘नेशनल हेराल्ड’ को कांग्रेस की सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत की मिसाल बताया। उन्होंने इसके खिलाफ जारी षड़यंत्र को नाकाम करने की बात कही।
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आपको बतादें नेशनल हेराल्ड मामला गांधी परिवार के लिए सिरदर्द बना हुआ है। इस परिवार के मालिकाना हक वाले एसोसिएटेड जनरल लिमिटेड को दिल्ली का हेराल्ड हाउस खाली करना पड़ेगा। दिल्ली हाईकोर्ट ने गांधी परिवार को झटका देते हुए दो हफ्ते के अंदर हेराल्ड हाउस खाली करने का आदेश सुनाया है। नेशनल हेराल्ड एक अखबार समूह था, जिसे AJL चलाता था। इसे देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शूरू किया था।
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2008 में घाटे की वजह से इस अख़बार ने अपने सभी प्रकाशन बंद कर दिए थे, लेकिन इसके 2 वर्षों के अंदर ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने नेशनल हेराल्ड का मालिकाना हक हासिल कर लिया था। देशभर में फैली नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों में से एक संपत्ति ये भी है, जिस पर आज हाईकोर्ट का फैसला आया है।
कोर्ट ने सुरक्षित रखा था फैसला
22 नवंबर को नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग की लीज खत्म करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ AJL की याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। केंद्र सरकार ने लीज के प्रावधानों का उल्लंघन करने के आरोपों के आधार पर हेराल्ड बिल्डिंग की लीज रद्द करने का फैसला किया था। केंद्र सरकार की तरफ से नेशनल हेराल्ड हाउस को नोटिस दिया गया था कि वो बिल्डिंग खाली कर दे, क्योंकि जिस मकसद से सरकार ने उन्हें बिल्डिंग दी थी, वो काम वहां नहीं हो रहा है।