भोपाल। मध्यप्रेश की राजधानी में बाढ़ राहत कार्य के लिए टास्क फोर्स की बैठक शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में पहली बैठक हो रही है। बाढ़ राहत कार्य और बाढ़ की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हो रही है। राहत कार्य के लिए 11 विभागों को मिलाकर टास्क फोर्स बनाई गई है।
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बैठक में मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं अधिकारियों ने सीएम को बताया कि दवाई की उपलब्धता सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में है, स्वास्थ्य शिविर संचालित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की क्विक रिस्पांस टीम सभी जिलों में काम कर रही है। जिलों में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
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वहीं बैठक मे निर्देश दिए गए हैं कि स्वास्थ्य विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है,स्वास्थ्य कैंप लगाए जाएं, ग्रामीण विकास विभाग और शहरी विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम करें, सभी विभाग बीमारी न फैले इसके लिए दवा का छिड़काव करें । टीकाकरण का काम चलता रहे, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग भी चलती रहे, कोविड सर्विलांस होता रहे, डॉक्टर्स नर्स का अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित हो जाए, मोबाइल कैम्प भी स्थापित हो।
इस बीच CM शिवराज की ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से चर्चा हुई है। जिसमें जानकारी दी गई है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 132 केवी और 33 केवी स्टेशन का सर्वे काम जारी है,श्योपुर शिवपुरी में ज्यादा क्षति हुई है। 132 केवी का बड़ौद का स्टेशन डूबा था जिसे स्टोर किया गया है। लाइट पोल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है , जिसका आंकलन जारी है। श्योपुर शहर की बिजली शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय तहसील मुख्यालय में बिजली आपूर्ति शुरू की गई है।
13 बड़े टॉवर , 132 केवी के फाउंडेशन अभी भी पानी मे डूबे हैं। नरवर से लगे 20 गांव में अभी बिजली शुरू नहीं हो पाई है। पानी में पोल का कुछ हिस्से डूबे हुए हैं, अतिरिक्त स्टाफ भेजा गया है। सीहोर, भोपाल, ग्वालियर से स्टाफ भेजा गया है। पावर ट्रांसफर को ठीक होने के साथ ही 3 से 4 दिन में बिजली बहाल कर दी जाएगी।