Omicron से कितना डरें ? नई जानकारी राहत भरी

आज हम बात करेंगे दुनियां को पिछले कई दिनों से डरा रहे कोविड के नए Omicron Variant पर नई जानकारी की। WHO का बड़ा Update

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  • Publish Date - December 4, 2021 / 09:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 04:00 AM IST

Omicron से कितना डरें ? नई जानकारी राहत भरी

आज हम बात करेंगे दुनियां को पिछले कई दिनों से डरा रहे कोविड के नए Omicron Variant पर नई जानकारी की……नई जानकारी जो आई है उससे लगता है ये जितना डरा रहा है उतना डरावना है नहीं….लगता है कि हम भारत के लोग इससे निपट लेंगे…हालांकि अभी रिसर्च की रिपोर्ट आने तक सावधानी पूरी बरतने की सलाह डॉक्टर्स दे रहे हैं….

अभी तक दुनियां इस नए वैरिएंट की ताकत को समझने का ही प्रयास कर रही है और ये मानकर चल रही है कि यह घातक हो सकता है…लेकिन साथ ही यह मानने का भी पर्याप्त कारण है कि वैक्सीन की दो डोज लगवा चुके लोगों के लिए खतरा जरा कम है…तो आपने अगर अभी तक वैक्सीन लगाने में लापरवाही बरती है तो अब कम से कम वैक्सीन लगवा लें… कोविड के नए Variant Omicron पर जब तक पूरा रिसर्च न हो जाए तब तक के लिए एक्सपर्ट यह भी कह रहे हैं कि भारत के लोगों को इससे ज्यादा नहीं घबराना चाहिए। भारत में तेज वैक्सीनेशन हुआ है और डेल्टा वैरिएंट फैलने के कारण ज्यादातर लोगों में सीरोपॉजिविटी दिख रही है…इसी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह नया वैरिएंट भारत के लिए कम गंभीर होगा…. जानकार बता रहे हैं कि पूरी दुनिया में कोविड के कुल मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट 99 फीसदी जिम्मेदार है…. यह कितना खतरनाक था हम सबने देखा ही है…इससे बच निकले लोग अब नए वैरिएंट से भी बच निकलेंगे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है…हालांकि सावधानी बरतने की सलाह लगातार दी जा रही है और जब तक इस पर पूरा रिसर्च न हो जाए इससे सावधान रहना ही उचित है…

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दुनिया के 30 से अधिक देश Omicron की चपेट में आ चुके हैं….भारत में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं…..बताया जाता है कि यह नया वैरिएंट पिछले सभी वैरिएंट की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है इसके कारण दुनियां के ज्यादातर देश चिंतित हो गए हैं …. कई देशों ने ट्रैवल बैन जैसे कदम उठा लिए हैं… हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञ मानते हैं कि अभी ट्रैवल बैन जैसे कदम उठाने की जरूरत नहीं है…
WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने साफ कह दिया है कि अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि Omicron से निपटने के लिए टीकों पर फिर से कुछ काम करना होगा…वैज्ञानिकों को लगता है कि अभी जो टीके मौजूद हैं वे इस पर भी काम करेंगे… क्या भविष्य में यह वैरिएंट एक बड़ा संकट बन सकता है ? इस सवाल को लेकर भी उन्होने कहा कि अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता है…. यानी उम्मीद तो यही की जा रही है कि नया वैरिएंट ज्यादा घातक नहीं होगा….बताया जा रहा है कि अभी तक Omicron…अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और मध्य पूर्व, के साथ ही एशिया और यूरोप में भी पहुंच चुका है…. अफ्रीका के ज्यादातर इलाकों में यह पहुंच गया है….
रिसर्च से यह तो पता चल रहा है कि यह कोविड 19 के दूसरे वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है और अभी दक्षिण अफ्रीका में हर रोज संक्रमित होने वालों की संख्या डबल हो जा रही है….लेकिन संक्रामक होना और जानलेवा होने में काफी फर्क है…हम सबके लिए यह राहत की बात है कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि यह कोरोना के बाकी वैरिएंट की तुलना में ज्यादा जानें ले रहा है…

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हालांकि WHO ने कहा है कि हमें हर स्थिति के लिए तैयार और सतर्क रहना होगा….विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैज्ञानिक सौम्या ने उम्मीद जताई है कि नए वैरिएंट का असर सामान्य और हल्का होगा हालांकि उन्होंने यह भी कह दिया कि हम अभी कुछ ही दिन के परिणाम से इसके बारे में किसी भी तरह का अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाल सकते….
अभी इसके व्यवहार के संबंध में पूरी जानकारी जुटाना बाकी है…इसी कारण कुछ वैज्ञानिकों को लगता है कि यह वैरिएंट वैक्सीन को बेअसर कर सकता है…यही कारण है जिससे हर तरफ चिंता बढ़ गई है…लेकिन कई वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि अभी मौजूद वैक्सीन इस नए वैरिएन्ट को रोक सकती है… यह भी कहा जा रहा है कि जरूरत होने पर वैक्सीन लगवा चुके लोगों को एक और बूस्टर डोज दिया जा सकता है….

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इतने दिनों की रिसर्च के बाद ये समझा जा रहा है कि भारत में ज्यादा चिंता फिलहाल नहीं करना चाहिए लेकिन यह भी सच है कि WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ कन्‍सर्न’ घोषित कर दिया है। ऐसा इसके तेज गति से फैलने की क्षमता को देखते हुए किया गया है … इसके पहले आए डेल्टा वैरिएंट के स्‍पाइक प्रोटीन में करीब 15 म्‍यूटेशंस मिले थे। लेकिन कहा जा रहा है कि ‘Omicron’ के स्‍पाइक प्रोटीन में करीब 50 म्‍यूटेशंस मिले हैं जो इसे ज्‍यादा संक्रामक और घातक बनाते हैं।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि कोरोना की इस नई नस्ल से सावधान तो रहें पर घबराएं नहीं….टीके लगवा चुके हैं तो बहुत अच्छा… और नहीं लगाया है तो लगवा लें…उम्मीद है इस Omicron को दुनियां हरा सकेगी ….लेकिन यह वैरिएंट अंतिम नहीं होगा….. वैज्ञानिक कहते हैं कोरोना से लड़ाई जारी रहेगी है और हर साल इस तरह के नए- नए वैरिएंट आते रहेंगे…हर साल हमें क्या इसी तरह सावधानी बरतनी होगी ….? इसका पक्का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है..

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