तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं, जनता का ध्यान भटकाने की भाजपा की चाल: कन्हैया
तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण कोई कूटनीतिक सफलता नहीं, जनता का ध्यान भटकाने की भाजपा की चाल: कन्हैया
पटना, 10 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य आरोपी तहव्वुर राणा का अमेरिका से प्रत्यर्पण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक चाल है ताकि वादों को पूरा करने में केंद्र सरकार की ‘विफलता’ से जनता का ध्यान “भटकाया” जा सके।
कन्हैया कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि राणा का प्रत्यर्पण नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक बड़ी ‘कूटनीतिक सफलता’ है।
तहव्वुर राणा (64) डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है, जिसे दाऊद गिलानी के नाम से भी जाना जाता है और वह 2008 के हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के पास नाम के लायक कोई उपलब्धि नहीं है, इसलिए वह किसी न किसी बहाने जनता के मुद्दों को भटकाने की कोशिश करती है। वक्फ विधेयक इसका एक और उदाहरण है। सरकार ने दावा किया कि वह गरीब मुसलमानों के लाभ के लिए यह कानून ला रही है। इस बात पर कौन विश्वास करेगा, जबकि यह सरकार समुदाय के लोगों को अपनी छतों पर नमाज अदा करने की अनुमति नहीं देती है?’’
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम सभी को अनुच्छेद 370 के हटने के बाद उनकी बयानबाजी याद है। हर भाजपा नेता कह रहा था कि अब बिहार और देश के अन्य हिस्सों के लोग कश्मीर में जमीन खरीद सकेंगे। मुझे एक भी व्यक्ति दिखाइए जो तब से वहां संपत्ति खरीद पाया हो।’’
अड़तीस वर्षीय पूर्व वामपंथी नेता बेरोजगारी और पलायन पर जनमत जुटाने के उद्देश्य से राज्यव्यापी ‘पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा’ के तहत बिहार का दौरा कर रहे हैं।
भाषा
संतोष माधव
माधव

Facebook



