सीतामढी, 18 नवंबर (भाषा) बिहार के सीतामढी जिले में शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हो गई और एक का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी ने बताया कि 17-18 नवंबर की मध्य रात्रि करीब एक बजे सूचना मिली कि जिला मुख्यालय स्थित एक अस्पताल में दो व्यक्तियों का ईलाज चल रहा है। उनके अनुसार सत्यापन के दौरान पाया गया कि बाजपट्टी थानाक्षेत्र के नरहा गांव के अवधेश कुमार की मृत्यु हो गई है, जिसका अन्त्य परीक्षण कराया गया है।
तिवारी ने कहा कि अन्त्य परीक्षण प्रतिवेदन प्राप्त होने के पश्चात मृत्यु होने के स्पष्ट कारण का पता चल पाएगा
उन्होंने बताया कि दूसरा व्यक्ति बाबुनरहा कला गांव निवासी रौशन राय इलाजरत है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस संबंध में बाजपट्टी थाना में भादंसं की संबंधित धाराओं एवं बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम 2018 के प्रावधानों के तहत प्राथमिक दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि अपूष्ट सूचना के अनुसार दो अन्य व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है, जिसका पहले ही दाह संस्कार कर दिये जाने की बात सामने आयी। उन्होंने कहा कि इसका सत्यापन किया जा रहा है।
पहले पुलिस ने बताया था कि संदिग्ध जहरीली शराब से चार लोगों की मौत सूचना मिली है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्राप्त सूचना के आलोक में इस मामले में महुआयन गांव में छापेमारी की गई और उस दौरान तीन व्यक्तियों– राज नंदन सहनी, सूर्यप्रताप राहनी उर्फ सैनी और शत्रुधन राहनी की गिरफ्तारी की गई है तथा 93 बोतन नेपाली सौफी शराब एवं तीन लीटर देशी शराब बरामद की गयी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए राज नंदन सहनी को पूर्व में शराब के कांड में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था, जो जमानत पर कुछ दिन पूर्व ही मुक्त हुआ था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और कार्रवाई की जा रहीं है।
अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, शराब माफियाओं के खिलाफ के खिलाफ चल रहे सतत अभियान के बावजूद राज्य से शराब की तस्करी की घटनाएं सामने आ रही हैं।
पिछली बड़ी जहरीली शराब त्रासदी में इस साल अप्रैल में पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
भाषा सं अनवर राजकुमार