नीतीश , सम्राट चौधरी सहित बिहार के कई नेताओं ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया |

नीतीश , सम्राट चौधरी सहित बिहार के कई नेताओं ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया

नीतीश , सम्राट चौधरी सहित बिहार के कई नेताओं ने सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया

:   Modified Date:  September 12, 2024 / 09:26 PM IST, Published Date : September 12, 2024/9:26 pm IST

पटना, 12 सितंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत कई नेताओं ने बृहस्पतिवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी के निधन पर दुख व्यक्त किया।

येचुरी का बृहस्पतिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा यहां जारी एक बयान के अनुसार नीतीश ने येचुरी के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि दिवंगत सीताराम येचुरी एक प्रख्यात राजनेता थे तथा उनके निधन से न केवल सामाजिक बल्कि राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति एवं उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

उपमुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी जी के निधन की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और उनके परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’

येचुरी के निधन पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने भी दुख व्यक्त किया।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कॉमरेड सीताराम येचुरी को लाल सलाम और विनम्र श्रद्धांजलि। कॉमरेड इतनी जल्दी नहीं जाना था।’’

राजद नेता तेजस्वी यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘माकपा महासचिव एवं पूर्व सांसद कॉमरेड श्री सीताराम येचुरी जी के असामयिक निधन की ख़बर सुनकर दुखी हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ वह गरीबों के लिए लड़ने वाले एक संघर्षशील नेता एवं मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे। उनके निधन से भारतीय राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।’’

भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कॉमरेड सीताराम येचुरी के निधन के बारे में सुनकर गहरा सदमा लगा। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर उनकी मृत्यु लोकतंत्र, संघीय ढांचे और बहुलवादी सांस्कृतिक ताने-बाने की रक्षा में लड़ने वाले प्रत्येक भारतीय के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके परिवार और माकपा के साथियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।’’

भाषा अनवर राजकुमार

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)