पटना, छह जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने शनिवार को एक पत्र जारी कर अपने कार्यकर्ताओं को राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर द्वारा शुरू किए गए ‘जन सुराज’ अभियान से जुड़ने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा हस्ताक्षरित एक गुप्त पत्र सोशल मीडिया पर आया है जिसमें उन्होंने ‘जन सुराज’ को ‘भाजपा की बी टीम’ बताया है तथा अपने वित्तपोषण के लिए के लिए उसपर निर्भर होने का आरोप लगाया है। इस पत्र के बारे में राजद नेताओं ने चुप्पी साथ रखी है ।
हालांकि, जन सुराज ने अपने ‘एक्स’ हैंडल पर इस पत्र का स्क्रीनशॉट इस टिप्पणी के साथ साझा किया कि ‘जन सुराज के पार्टी बनने की घोषणा भर से बिहार का सबसे मजबूत दल होने का दावा करने वाले राजद की घबराहट देखिए। बेचारे अपने दल में मची अफरा-तफरी और राजद छोड़कर जाने वाले अपने ही नेताओं को रोकने के लिए धमकी दे रहे हैं। भय और अपराध की राजनीति इनकी फितरत है। पहले बिहार की जनता ने छोड़ा अब दल के कार्यकर्ता और नेता छोड़ रहे हैं।’
किशोर ने घोषणा की है कि इस वर्ष गांधी जयंती पर ‘जन सुराज’ औपचारिक रूप से एक राजनीतिक संगठन का रूप लेगा और एक वर्ष बाद बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
आईपीएसी के संस्थापक किशोर ने यह भी स्पष्ट किया है कि जन सुराज का किसी भी मौजूदा राजनीतिक दल के साथ गठजोड़ नहीं होगा। किशोर नरेन्द्र मोदी, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल जैसे राजनेताओं के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम चुके हैं।
दिलचस्प बात यह है कि सिंह द्वारा जारी पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि जन सुराज एक राजनीतिक पार्टी है जिसके संस्थापक प्रशांत किशोर उर्फ प्रशांत किशोर पांडेय हैं और यह भाजपा एवं देश के धर्मावलंबी लोगों द्वारा संचालित तथा वित्त पोषित है अर्थात भारतीय जनता पार्टी की ‘बी टीम’ है।
भाषा अनवर
राजकुमार
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