Subsidy on Milk in Bihar : पटना। शादियों का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में दूध की खपत ज्यादा होने वाली है। अगर देखा जाए तो सबसे ज्यादा दूध की खपत हरियाणा, राजस्थान, यूपी, बिहार ओर ज्यादा होती है। इतना ही नहीं इन राज्यों में पशुपालन भी बहुत ज्यादा होता है। इस बीच, बिहार की जेडीयू वाली नीतीश सरकार ने पशुपालन करने वालों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से गर्मी के दिनों में दूध का उत्पादन घटने की बावजूद पशुपालकों को घाटा नहीं होगा। इतना नहीं अगर दूध का घाटा होता भी है तो इसकी भरपाई सरकार करेगी।
Subsidy on Milk in Bihar : बिहार की नीतीश सरकार ने एक शानदार योजना बनाई है। राज्य सरकार अब पशुपालकों के लिए सब्सिडी देने की योजना बनाई है। इससे पशुपालकों को बहुत फायदा होगा। साथ ही प्रति लीटर रेट भी तय कर लिया गया है। बता दें कि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने पशुपालकों को प्रति लीटर 3 रुपये अनुदान देने का निर्णय लिया है। इसका फायदा सभी को नहीं बल्कि उन पशुपालकों को मिलेगा जिन्होंने दुग्ध सहकारी समिति के जरिए दूध बेचा है।
वर्ष 2023 में अप्रैल से जून के बीच दूध बेचने वाले पशुपालकों के लिए विभाग ने करीब दस करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इससे गर्मी के महीनों में सहकारी दुग्ध समितियों में दूध की आपूर्ति करने वाले पशुपालकों को अनुदान दिया जाएगा। पशुपालकों को अप्रैल से जून के बीच 91 दिनों का भुगतान किया जाना है। इस दौरान समितियों के जरिए औसतन प्रतिदिन 3.66 लाख लीटर दूध की आपूर्ति हुई है। इस पर 3 रुपये प्रति लीटर की दर से अधिक भुगतान करने पर नौ करोड़ 99 लाख 99 हजार रुपये खर्च होंगे।