पटना, 16 नवंबर (भाषा) कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शनिवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बार-बार यह कहना कि वह राजग के साथ हैं, इस बात का संकेत है कि जनता दल(यूनाइटेड) सुप्रीमो, जिन्होंने कई बार अपना रुख बदला है, ऐसा लगता है कि एक बार फिर कहीं जाने वाले हैं।
अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। जब सिंह का ध्यान एक दिन पहले जमुई में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में दिए गए कुमार के भाषण की ओर दिलाया गया तो उन्होंने यह बात कही।
नीतीश कुमार ने महागठबंधन, जो कि ‘इंडिया’ गठबंधन का बिहार संस्करण है, के साथ अपने दो अल्पकालिक गठबंधनों को एक ‘गलती’ करार दिया था, जिसे वे ‘कभी नहीं दोहराना चाहते’।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘हमारे अनुमान के अनुसार, इस साल जनवरी में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापसी के बाद से यह 14वीं बार है, जब नीतीश कुमार ने इस आशय का बयान दिया है’।
उन्होंने कहा, ‘किसी को एक, दो या तीन बार स्पष्टीकरण देने की जरूरत पड़ती है। लेकिन, जब आप ऐसा 14 बार करते हैं, तो यह केवल संदेह को ही जन्म देता है। ऐसा लगता है कि नीतीश जी फिर कहीं जाने वाले हैं।’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कुमार के महागठबंधन में वापस आने की संभावना की ओर इशारा कर रहे हैं, सिंह ने रहस्यमयी ढंग से टिप्पणी करते हुए कहा, ‘मुझे नहीं पता कि वह हमारे साथ आएंगे या नहीं। लेकिन, वह निश्चित रूप से कहीं जा रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के बिहार के ‘एक सप्ताह में दो दौरे’ पर भी आपत्ति जताई।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री का दरभंगा दौरा उस दिन हुआ जब झारखंड में वोट डाले जा रहे थे। दरभंगा में उनके भाषण का सीधा प्रसारण किया जा रहा था, जहां उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी थी, जबकि पिछले साल उन्होंने झूठा दावा किया था कि अस्पताल पहले ही स्थापित हो चुका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम निर्वाचन आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि मतदान के दिन झारखंड में उनके भाषण का प्रसारण न हो। एआईसीसी महासचिव जयराम रमेश के नेतृत्व में हमारे प्रतिनिधिमंडल ने पहले ही आयोग के समक्ष विरोध दर्ज करा दिया है।’’
भाषा
अनवर, रवि कांत
रवि कांत