पटना, तीन नवंबर (भाषा) बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को नीतीश कुमार सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनके उस प्रस्ताव से कदम पीछे खींच रही है जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र में एक लाख नौकरियों का सृजना हुआ होता।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी ने पटना स्थित मोइनुल हक स्टेडियम के नवीनीकरण के लिए खेल विभाग और बीसीसीआई के बीच हस्ताक्षरित होने वाले प्रस्तावित समझौता ज्ञापन को हाल ही में मिली कैबिनेट मंजूरी को लेकर श्रेय लेने का दावा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री होने के नाते नीतीश कुमार को विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर भर्तियों का श्रेय मिल सकता है। लेकिन हर कोई उनकी अविश्वसनीयता को याद कर सकता है, जब मैंने पहली बार 10 लाख नौकरियों का वादा किया था। उन्होंने मुझे इस टिप्पणी के साथ ताना मारा था कि क्या मैं इस पर आने वाले खर्च को पूरा करने के लिए अपने पिता के पैसे का उपयोग करूंगा। लेकिन 17 महीने तक सत्ता साझा करने के दौरान हमने उनसे इस पर काम कराया।’’
राज्य में किये गए अच्छे काम का श्रेय लेने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के साथ होड़ में शामिल तेजस्वी ने कहा, ‘‘आप किसी भी विभाग का नाम लें, चाहे वह शिक्षा हो, एक विभाग जो हमारी पार्टी के पास रहा… यहां तक कि खेल नीति और मोइनुल हक स्टेडियम जैसे गतिशील प्रस्तावों की परिकल्पना भी हमने ही की थी।’’
उपमुख्यमंत्री के रूप में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विभाग संभालने वाले यादव ने यह भी कहा, ‘‘सार्वजनिक स्वास्थ्य कैडर स्थापित करने का प्रस्ताव (जिससे 1.5 लाख नौकरियां सृजित होतीं) पर मुख्यमंत्री ने राज्य कैबिनेट में रोक लगा दी थी। अब वह वहां है। अब वहां कोई तेजस्वी सुर्खियों में आने के लिए नहीं हैं, मैं उनसे हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि वे इसे आगे बढ़ाएं।’’
चार निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू करने से पहले राजद नेता ने यहां पत्रकारों से बातचीत में विश्वास व्यक्त किया कि ‘इंडिया’ गुट विजयी होगा।
भाषा संतोष रंजन
रंजन