गिरिराज ने नमाज का अवकाश खत्म करने के असम विधानसभा के निर्णय का स्वागत किया

गिरिराज ने नमाज का अवकाश खत्म करने के असम विधानसभा के निर्णय का स्वागत किया

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  • Publish Date - August 31, 2024 / 08:07 PM IST,
    Updated On - August 31, 2024 / 08:07 PM IST

बेगूसराय (बिहार), 31 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘शुक्रवार की नमाज का अवकाश’ खत्म करने के असम विधानसभा के फैसले का शनिवार को स्वागत किया।

असम में यह अवकाश ब्रिटिश शासन के समय से चला आ रहा था।

बिहार में अपने लोकसभा क्षेत्र बेगुसराय जिले में पत्रकारों से बात करते हुए, सिंह ने भाजपा शासित असम में इस कदम पर आपत्ति जताने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की भी आलोचना की।

सिंह ने कहा, ‘मैं यह कदम उठाने के लिए असम में विधानसभा अध्यक्ष और राज्य सरकार को धन्यवाद देता हूं। कानून में एकरूपता होना जरूरी है और किसी भी धार्मिक समुदाय को कोई तरजीह नहीं दी जानी चाहिए।’

हिंदुत्ववादी माने जाने वाले सिंह यह बताए जाने पर भड़क गए कि भाजपा के कई विरोधियों ने इस कदम की आलोचना की है।

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव जैसे नेता मुस्लिम वोट बैंक के चैंपियन हैं। अगर उनकी चले तो हर शुक्रवार को पूरे देश में छुट्टी होगी।’

उन्होंने बताया कि सप्ताह में कई दिन ऐसे होते हैं जिन्हें हिंदू पवित्र मानते हैं।

सिंह ने कहा, ‘लेकिन बहुसंख्यक समुदाय ने कभी भी मंगलवार को छुट्टी नहीं मांगी है जब हम हनुमान की पूजा करते हैं या सोमवार को जो भगवान शिव से जुड़ा होता है।’

केंद्रीय मंत्री ने गुस्से में कहा, ‘अगर ये विपक्षी नेता कभी सत्ता में आए, तो ये देश को बांग्लादेश और पाकिस्तान की दिशा में धकेल देंगे।’

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘दो घंटे का जुमे का अवकाश खत्म करके, असम विधानसभा ने उत्पादकता को प्राथमिकता दी है और औपनिवेशिक काल के एक और बोझ को खत्म कर दिया। यह प्रथा मुस्लिम लीग के सैयद सादुल्ला द्वारा 1937 में शुरू की गई थी।’

शर्मा ने कहा, ‘इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए माननीय अध्यक्ष श्री विश्वजीत डिमरी और हमारे विधायकों को मेरा आभार।’

भाषा

जोहेब पवनेश

पवनेश