पटना, 14 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित रूप से लीक होने के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पटना के जिलाधिकारी द्वारा एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मारे जाने की निंदा करते हुए कहा कि यह कृत्य ‘‘बिल्कुल भी उचित नहीं’’ था।
चिराग की पार्टी लोजपा (रामविलास) केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी है।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा शुक्रवार को पटना के एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र के कथित रूप से लीक के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के एक समूह में शामिल बीपीएससी अभ्यर्थी को थप्पड़ मारने की घटना कैमरे में दर्ज हो गई थी।
लोजपा (रामविलास) के प्रमुख पासवान ने औरंगाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह गलत कृत्य था… प्रदर्शन स्थल पर हिंसा की ऐसी घटना में पटना के जिलाधिकारी का शामिल होना, जहां एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मारा गया, बिल्कुल भी उचित नहीं था। मैं इस तरह के कृत्य की निंदा करता हूं। मामले की गहन जांच होनी चाहिए। यदि अभ्यर्थियों को (प्रश्नपत्र लीक के बारे में) कोई संदेह है… एक प्रतिशत भी, तो उनका संदेह दूर किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी ऐसी घटनाओं की निंदा करती है… हम किसी को भी अभ्यर्थियों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं देंगे।’’
वीडियो में देखा जा सकता है सिंह पुलिसकर्मियों से घिरे हुए हैं और एक अभ्यर्थी से बहस कर रहे हैं, उसे वहां से चले जाने का इशारा कर रहे हैं और फिर कुछ कदम आगे बढ़कर उसे थप्पड़ मार रहे हैं। जिलाधिकारी को अन्य प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाते भी देखा गया।
उनके इस कदम के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सड़क अवरुद्ध कर दी थी और एक अभ्यर्थी समेत दो लोगों को अस्पताल भेजा जाना था। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह शुक्रवार को एक परीक्षा केंद्र पर फैल गई, जिसके बाद आयोग ने इस ‘षड्यंत्र’ में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी।
राजधानी पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा केंद्र पर बीपीएससी की 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) 2024 का शुक्रवार को आयोजन किया गया था, लेकिन 300-400 अभ्यर्थियों ने परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए इसका बहिष्कार किया।
इस परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त परीक्षा अधीक्षक राम इकबाल सिंह का दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो जाने तथा एक महिला अभ्यर्थी के बेहोश हो जाने से वहां अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई थी।
भाषा
देवेंद्र सुभाष
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