पटना, 19 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में ‘‘व्यक्तिगत कानूनों की स्वतंत्रता’’ का वादा करके बहुविवाह जैसी प्रतिगामी प्रथाओं का समर्थन करने का शुक्रवार को आरोप लगाया।
पटना साहिब सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पहले चरण का मतदान समाप्त होने के बाद यहां पत्रकारों से बात की जिस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में बड़े पैमाने पर मतदान होने का दावा किया।
पूर्व केंद्रीय विधि एवं न्याय ने पूछा, ‘‘वे दावा करते हैं कि वे धर्मनिरपेक्ष हैं और फिर भी वे व्यक्तिगत कानूनों का समर्थन करते हैं। चार शादियों के अलावा व्यक्तिगत कानून क्या प्रदान करते हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के घोषणापत्र में ‘‘मुस्लिम लीग की छाप’’ होने का पहले ही आरोप लगा चुके हैं।
प्रसाद ने ‘‘संविधान के खतरे’’ में होने का आरोप लगाने के लिए विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘हम संविधान का पालन करते हैं, जो इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए आपातकाल के दौरान गंभीर खतरे में पड़ गया था और उन्हें वामपंथियों का समर्थन प्राप्त था।’’
प्रसाद ने कहा, ‘‘अगर संविधान को कोई खतरा है, तो यह उनसे है। उन्हें संविधान की मूल प्रति देखनी चाहिए, जिसमें भगवान राम, भगवान कृष्ण और बुद्ध की तस्वीरें हैं।’’
‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने हाल में आरोप लगाया था कि भाजपा के नेता खुलेआम फिर से सत्ता में आने पर संविधान को बदलने की बात कर रहे हैं लेकिन पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
भाषा अनवर नोमान
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