पटना, 16 मार्च (भाषा) बिहार में नीतीश कुमार नीम महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रही भाकपा (माले)-लिबरेशन ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में हंगामा किया और तमिलनाडु में प्रवासियों पर कथित हमलों के मामले में ‘फर्जी वीडियो’ के माध्यम से सदन को ‘‘गुमराह’’ करने के लिए विपक्षी पार्टी भाजपा से माफी मांगने को कहा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)- लिबरेशन के विधायकों ने प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा से उक्त मामले पर माफी मांगने की मांग करने वाला बैनर भी पकड़ा हुआ था।
सदन के भीतर वामपंथी पार्टी के विधायक दल के नेता महबूब आलम ने मांफी की मांग उठाते हुए आरोप लगाया कि सिन्हा ने कुछ दिन पहले प्रवासियों पर हमले का एक ‘‘फर्जी’’ वीडियो दिखाकर सदन को ‘‘गुमराह’’ करने की कोशिश की थी।
महबूब आलम के इस मांग पर विपक्ष ने भी पलटवार किया जिसके बाद वामपंथी दल के सदस्य वेषम में आ गए जबकि सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायकों ने आलम के समर्थन में नारेबाजी की।
हंगामे के बीच अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सिन्हा को इस मुद्दे पर बयान देने की अनुमति दी।
सिन्हा ने कहा, ‘‘सत्ता पक्ष जिस भी मुद्दे पर बहस करना चाहता है हम उसके लिए तैयार हैं। भाकपा (माले)-लिबरेशन के सदस्यों द्वारा यह हंगामा राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था से ध्यान भटकाने की चाल है।’’
अध्यक्ष ने बाद में सिन्हा को अपनी जगह पर बैठने और भाकपा (माले)-लिबरेशन के विधायकों को वापस जाने का आदेश दिया, जिसके बाद सदन में व्यवस्था बहाल हुई और प्रश्नकाल शुरू हुआ।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु सरकार ने इस तरह के हमलों की खबरों का खंडन किया है और कथित रूप से अफवाहें फैलाने के लिए कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। बिहार सरकार द्वारा तमिलनाडु भेजी गई अधिकारियों की टीम ने भी निष्कर्ष निकाला कि शिकायतें ‘‘फर्जी’’ वीडियो सहित अन्य तथ्यों पर आधारित थीं।
भाषा अनवर अर्पणा
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