पूर्णिया, 18 सितंबर (भाषा) बिहार के पूर्णिया जिले में पुलिस ने नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 200 युवकों को उनके चंगुल से मुक्त कराया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने गिरोह चलाने के आरोप में पश्चिम बंगाल के रहने वाले चार लोगों सहित कुल पांच आरोपियों को भी गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सुकुमार राय, तारा शंकर शर्मा, जहांगीर और विष्णु मंडल (चारों पश्चिम बंगाल के निवासी) के रूप में हुई है। गिरफ्तार किया गया एक अन्य व्यक्ति का नाम शिवपाल हेम्ब्रम है, जो बिहार के अररिया जिले का निवासी है।
पूर्णिया पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, “पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले के रहने वाले अखिल मंडल नाम के व्यक्ति की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों ने पूर्णिया में कई स्थानों पर छापेमारी की और 200 युवकों को आरोपियों के चंगुल से बचाया।’’
पीड़ित ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि ज्यादातर पीड़ित पश्चिम बंगाल के निवासी हैं और उन्हें नौकरी का वादा कर पूर्णिया लाया गया था। आरोपी ऑनलाइन नौकरी दिलाने का गिरोह चला रहे थे और उनसे संपर्क करने वालों से उनके खातों में 21,000 रुपये हस्तांतरित करने को कहा जाता था।
बयान के मुताबिक, “जब वे (पीड़ित) पूर्णिया पहुंचे, तो उन्हें धमकाया गया और उन्हें एक निश्चित किराए के आवास में बंधक बना लिया गया। उन्हें आरोपियों द्वारा किए गए वादे के अनुसार कोई नौकरी नहीं दी गई। किसी तरह अखिल आरोपियों के चंगुल से भागने में सफल रहा और उसने पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।”
पुलिस ने मंगलवार रात पूर्णिया में कई स्थानों पर छापेमारी की और 200 युवकों को आरोपियों के चंगुल से बचाया।
पुलिस के मुताबिक, छापेमारी अब भी जारी है और मामले की जांच जारी है। भाषा सं अनवर जितेंद्र
जितेंद्र