बक्सर, 16 नवंबर (भाषा) बिहार के बक्सर जिले में महिलाओं का कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करा रहे धर्म प्रचारकों को रोकने की कोशिश करने वाले ग्रामीणों पर हमला करने के लिए तीन धर्म प्रचारकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
बक्सर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शुभम आर्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “ग्रामीणों द्वारा बृहस्पतिवार को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सिमरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत नागपुरा गांव में स्थित एक मिशनरी से जुड़े तीन प्रचारकों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है।”
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इलाके में धर्मांतरण की गतिविधियों को रोकने की कोशिश की तो धर्म प्रचारकों ने उन पर हमला किया।
अधिकारी ने स्पष्ट किया, “ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे पता चले कि महिलाओं का उनकी इच्छा के विरुद्ध धर्मांतरण किया जा रहा था। हम मामले की जांच कर रहे हैं और इससे संबंधित साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं। हमने धर्म प्रचारकों के साथ-साथ उन महिलाओं से भी पूछताछ की है, जो कथित तौर पर धार्मिक प्रचारकों के संपर्क में थीं।”
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान मिशनरी से जुड़े लोगों ने दावा किया कि गांव में महिलाओं सहित लोगों का एक समूह अपनी मर्जी से उनके पास आया था।
अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है और अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सिमरी इलाके में हुई इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
कथित वीडियो में प्रचारकों को महिलाओं को गंगा नदी में डुबकी लगाने का निर्देश देने के बाद उनके सिर पर क्रॉस का निशान बनाकर सिंदूर हटाते हुए देखा जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने धर्म प्रचारकों की गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “चमत्कार, स्वास्थ्य और शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए और आरोपियों को दंडित किया जाना चाहिए। बक्सर की घटना ने देश के कुछ हिस्सों में निहित स्वार्थों द्वारा चलाए जा रहे धर्मांतरण अभियान को उजागर कर दिया है।”
भाषा अनवर जितेंद्र
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