बिहार : नदियों में जलस्तर बढ़ने पर नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण

बिहार : नदियों में जलस्तर बढ़ने पर नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण

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  • Publish Date - July 8, 2024 / 09:00 PM IST,
    Updated On - July 8, 2024 / 09:00 PM IST

पटना, आठ जुलाई (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भारी बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ने पर पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और पश्चिमी चंपारण जिलों का सोमवार को हवाई सर्वेक्षण किया।

बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और संबंधित विभागों व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि नगर में गंडक बैराज का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, नीतीश कुमार ने आज (सोमवार को) पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण एवं गोपालगंज जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने गंडक बराज का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार निगरानी करते रहे। निचले इलाकों में जहां पानी बढ़ रहा है, संभावित परिस्थितियों पर पूरी नजर रखें।

उन्होंने बयान में कहा कि अभियंतागण पूरी तरह सतर्क रहें और वरिष्ठ पदाधिकारी जमीन पर मुस्तैद रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार सभी जिलों एवं संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं, जिसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाय।

उन्होंने कहा कि नाव संचालन, पॉलिथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स / फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में पूरी तैयारी रखी जाय ताकि बाढ़ आने पर लोगों को तुरंत राहत पहुंचाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहें।

पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश के कारण राज्य में गंडक, कोसी, महानंदा और कमला नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।

राज्य के गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बगहा, पूर्णिया, सुपौल, दरभंगा, खगड़िया और झंझारपुर में कुछ स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को सुपौल और बसंतपुर इलाकों में कोसी का जलस्तर लाल निशान से ऊपर था।

अधिकारियों ने आगाह किया कि जलस्तर में और वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि नेपाल में कोसी और गंडक नदियों के साथ बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है।

जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने रविवार को गंडक नदी पर वाल्मीकिनगर बैराज के कुछ गेट खोल दिए हैं। इससे पानी का बहाव तेजी से बढ़ा और रविवार को यह 4.40 लाख क्यूसेक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो 2004 के बाद से छोड़ा गया सबसे ज्यादा पानी है। इसी तरह कोसी बैराज से रविवार को करीब 3.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।’

पूर्णिया, मधुबनी, खगड़िया दरभंगा के निचले इलाकों में कमला, कोसी और महानंदा जैसी कई नदियां खतरे के निशान को पार कर गईं, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।

मंत्री ने कहा, ‘लगभग सभी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा हैं और रास्ते में पड़ने वाले निचले इलाकों को अपनी चपेट में ले रही हैं। हालांकि, सभी सुरक्षा तटबंध सुरक्षित हैं।’

भाषा अनवर जितेंद्र

जितेंद्र