District Magistrate held hostage | Source : MANOJ SHARMA LUCKNOW UP Twitter
बेगूसराय। District Magistrate held hostage : बिहार से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां बिहार के बेगूसराय जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी (डीएम) को बंधक बना लिया। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पूरे इलाके को छावनी में तब्दील करना पड़ा। डीएम को छुड़ाने के लिए सात थानों की पुलिस मौके पर तैनात की गई।
घटना की शुरुआत तब हुई जब रेल पुलिस अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। इसी बीच संग्रहालय का निरीक्षण करने के लिए डीएम भी वहां पहुंचे। डीएम की उपस्थिति की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने एकजुट होकर संग्रहालय के मुख्य द्वार का घेराव कर दिया और उन्हें अंदर ही बंधक बना लिया। ग्रामीणों का कहना था कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए अतिक्रमण हटाना उनके लिए अस्वीकार्य है।
घंटों तक ग्रामीणों ने संग्रहालय के मुख्य द्वार पर डेरा डाले रखा। स्थिति बिगड़ती देख डीएम ने मुख्य द्वार से वापस जाकर संग्रहालय के अंदर शरण ली। सूचना मिलते ही जिले के सात थानों की पुलिस, एसडीओ राजीव कुमार और डीएसपी सुबोध कुमार समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों का कहना है कि वे तब तक अतिक्रमण हटाने की अनुमति नहीं देंगे, जब तक उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी जाती। प्रशासन ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
फिलहाल इलाके में पुलिस की तैनाती जारी है। प्रशासन ने ग्रामीणों से बातचीत कर मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास किया है। डीएम को सुरक्षित निकालने के बाद स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन ग्रामीणों का विरोध जारी है।
स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी को बंधक बना लिया !!
बेगूसराय में जिलाधिकारी को बनाया बंधक,
झोपड़ पट्टी हटाने के लिए गए थे जिलाधिकारी, डीएम तुषार सिंगला को लोगों ने बनाया बंधक !!जिलाधिकारी बेगूसराय रेलवे स्टेशन के पास लोहिया नगर गुमटी किनारे बनी झोपड़पट्टी को हटाने के लिए पुलिस और… pic.twitter.com/JoqFogxPmV
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP
(@ManojSh28986262) December 13, 2024
बेगूसराय जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी (डीएम) को बंधक बना लिया। उनका कहना था कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए अतिक्रमण हटाना उनके लिए अस्वीकार्य है।
डीएम को छुड़ाने के लिए सात थानों की पुलिस तैनात की गई और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया।
ग्रामीणों का कहना था कि जब तक उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं दी जाएगी, तब तक वे अतिक्रमण हटाने की अनुमति नहीं देंगे।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बातचीत और पुलिस की तैनाती के जरिए स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश की और डीएम को सुरक्षित निकाल लिया।
डीएम को सुरक्षित निकालने के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई है, लेकिन ग्रामीणों का विरोध अभी भी जारी है और इलाके में पुलिस तैनात है।