पटना, 18 मार्च (भाषा) असम राइफल्स, भारतीय सेना और आम नागरिकों की लगभग 4,000 किलोमीटर की संयुक्त बाइक रैली मंगलवार को पटना के दानापुर से उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लिए रवाना हुई।
इस संयुक्त बाइक रैली को 12 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले के विजयनगर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। इसका समापन असम राइफल्स के 190वें स्थापना दिवस के अवसर पर 24 मार्च को गुजरात के कच्छ के रण में होगा। इसे ‘शौर्य यात्रा’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस ‘शौर्य यात्रा’ का नेतृत्व कर्नल जे एस मेहता कर रहे हैं। इसे पटना जिले के दानापुर छावनी क्षेत्र में स्थित झारखंड-बिहार उप-क्षेत्र और भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंटल सेंटर से हरी झंडी दिखाई गई।
इस अवसर पर कर्नल मेहता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपनी यात्रा के दौरान मोटरसाइकिल सवार स्कूली बच्चों से बातचीत कर रहे हैं और उन्हें भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि यह यात्रा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के ध्येयवाक्य पर आयोजित की जा रही है और मोटरसाइकिल रैली का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना तथा एकता, साहस और राष्ट्रीय गौरव का संदेश देते हुए सशस्त्र बलों के बलिदान के प्रति सम्मान प्रकट करना है।
मेहता ने कहा कि रैली में भाग लेने वालों ने भूतपूर्व सैनिकों से बातचीत की जिन्होंने अपनी दिल की बातें साझा कीं।
उन्होंने कहा कि यह रैली नौ राज्यों से होकर गुजरेगी और करीब चार हजार किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
मेहता ने कहा, ‘ (रैली में शामिल) ‘बाइकर्स (मोटरसाइकिल सवारों)’ का लक्ष्य प्रतिदिन कम से कम 400 से 450 किलोमीटर की दूरी तय करना है। हम आज रात वाराणसी पहुंचेंगे….और कल हम ग्वालियर के लिए रवाना होंगे ।’
भाषा अनवर
राजकुमार
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