IBC24 भुइंया के भगवान 2022: चावल की 5 किस्म और दलहन की 8 किस्म विकसित कर डॉ. सुनील नायर ने कृषि को दिया नया आयाम

अब तक 3 पुस्तकें और 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर लिख चुके डॉ. सुनील नायर पौधे की ब्रीडिंग और उनकी अनुवांशकीय संरचना पर गहरी पकड़ रखते हैं।

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  • Publish Date - September 28, 2022 / 01:33 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 01:13 AM IST

Bhuiyan Ke Bhagwan: इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यायल के डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग विभाग में सीनियर साइंटिस्ट डॉ. सुनील नायर का जन्म केरल में हुआ। बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में अव्वल डॉ नायर ने स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई गोल्ड मेडल के साथ IGKV से ही पूरी की। अब तक 3 पुस्तकें और 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर लिख चुके डॉ. सुनील नायर पौधे की ब्रीडिंग और उनकी अनुवांशकीय संरचना पर गहरी पकड़ रखते हैं।

Bhuiyan Ke Bhagwan: बता दें कि डॉ. सुनील नायर अब तक चावल की 5 किस्में और दलहलन की 8 किस्में विकसित कर चुके हैं। चावल प्रजनन से जुड़े विभिन्न शोध कार्यक्रमों के जरिए डॉ नायर और उनकी टीम का प्रयास है कि नई किस्में महज 7-8 वर्षों में ही डेवलप होकर किसानों तक पहुंचें। ये डॉ. नायर और उनकी टीम का ही प्रयास है कि विश्वविद्यायलय में अक्ती जैव विविधता संग्राहालय की स्थापना हुई। IBC24 डॉ सुनिल नायर को कृषि क्षेत्र में सतत शोध कर क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के भुइंया के भगवान 2022 से सम्मानित करते हुए गर्वान्वित महसूस कर रहा है।