जालंधर: bs4 petrol cars वायु प्रदुषण पर लगाम लगाने के लिए परिवहन विभाग हर संभव कोशिश कर रही है। इसी प्रयास के तहत परिवहन विभाग ने पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसके बाद से कबाड़ियों के पास BS4 गाड़ियों की भरमार हो गई है। वहीं, लोग अब BS4 वाहनों को औने-पौने दाम पर बेच रहे हैं। कबाड़ी अब इन गाड़ियों के पार्ट्स अलग-अलग करके बेच रहे हैं।
bs4 petrol cars मिली जानकारी के अनुसार केवल शहर ही नहीं बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों से भी लोग बीएस-4 कारें बेचने के लिए आ रहे हैं। अधिक प्रदूषण का कारण बन रही बीएस-4 कारों के संचालन पर 30 मार्च 2020 से हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है।
बावजूद इसके परिवहन विभाग में तैनात कर्मचारी, अधिकारी तथा एजेंटों की मिलीभगत के चलते अंदरखाते इन वाहनों का पंजीकरण किया जाता रहा। मामला सामने आने के बाद परिवहन विभाग द्वारा करवाई गई जांच में 5106 वाहन ऐसे सूचीबद्ध किए गए हैं, जिनका पंजीकरण नियमों के विपरीत किया गया है। इसके बाद से लेकर 30 मार्च 2020 के बाद पंजीकरण किए गए बीएस-4 कारों के मालिकों में हड़कंप मच गया है।
कबाड़ में वाहन खरीदने वाले व्यापारी बताते हैं कि गाड़ी के इंजन से लेकर दरवाजे तथा डिग्गी से लेकर टायर व रिम तक के अलग-अलग मूल्य स्थिति के मुताबिक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन बेचने वाले चेसी पर अंकित नंबर खुद ही रिमूव करके ला रहे हैं।