mp assembly election 2023: भोपाल। परिवार वाद पर सख्ती…उल्टा न पड़े नीति..आज यही हमारी बहस का विषय है…असल में आज शिवपुरी की विधायक और एमपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ने ये कहते चुनाव लड़ने से मना कर दिया कि उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं है…लेकिन 20 दिन पहले तक वो ये कह रही थी कि शिवपुरी में पांच लोग साजिश कर रहे हैं..एंटी इनकंबेंसी बिल्कुल नहीं है…ये बयान अपने आप बहुत कुछ कहता है, दूसरी तरफ आकाश विजयवर्गीय के समर्थक अलग ही दबाव बना रहे हैं..
इन दो तस्वीर पर गौर कीजिए पहली तस्वीर में राजमाता सिंधिया की बेटी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपनी शिवपुरी विधानसभा से जुड़े एक सवाल के जवाब में कह रही है कि उनके क्षेत्र में पांच लोग माहौल बिगाड़ने में लगे है एंटी इंकम्बेंसी जैसी कोई चीज नहीं है…और कुछ ही दिन बाद यशोधरा राजे सिंधिया अचानक चुनाव लड़ने से इनकार कर रही है…जिससे चर्चा होने लगी है कि क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया उनकी सीट शिवपुरी से चुनाव लड़ेंगे… तो दूसरी तस्वीर में आकाश विजयवर्गीय के समर्थक उन्हें ही टिकट देने के लिए बीजेपी संगठन पर दबाव बना रहे है…
दरअसल दो महीने पहले भोपाल में देश के बूथ कार्यकर्ताओं की कार्यशाला में पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टी के परिवार वाद पर हमला कर ये जता दिया था की उनकी पार्टी में भी परिवार वाद नहीं चलेगा…मोदी के बयान से प्रदेश बीजेपी के उन नेताओं को भी झटका लगा था जो राजनीति में परिवार के सहारे लगातार आगे बढ़ते रहे और जो नेता अपने बेटे बेटियों को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं….. दरअसल मप्र में कई ऐसे राजनेता हैं, जो राजनीति में अपने पारिवारिक विरासत की वजह से ही आगे बढ़े हैं…और कुछ नेता अपने बेटे बेटियों परिवार को राजनीति में लांच कर रहे है…
पीएम मोदी ने पूरे देश के नेता पुत्रों को ये संदेश दिया था कि बिना जमीन पर मेहनत किए किसी की भी चुनाव में पैराशूट लैंडिंग नहीं होगी. शायद यही वजह है कि अब नेता पुत्र और उनके रिश्तेदार बूथ पर काम करते हुए नज़र भी आने लगा है…लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में परिवारवाद पर सख्ती को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि कही ये सख्ती वाली नीति बीजेपी के लिए उल्टा न पड़ जाए..
विवेक पटैया, IBC24, भोपाल
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