#SarkarOnIBC24 रायगढ़। रायगढ़ विधानसभा सीट पर इस बार सियासी मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। इस सीट पर भाजपा ने जहां पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस से सिटिंग एमएलए प्रकाश नायक का चुनावी मैदान में फिर से उतरना लगभग तय है। इस सीट को भाजपा हर हाल में जीतना चाह रही है. लिहाजा भाजपा के पास मुद्दों और विजन की कोई कमी नहीं है। स्थानीय विधायक के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी को भी भाजपा मुद्दा बनाकर भाजपा के बीच जा रही है। ऐसे में कांग्रेस की राह आसान नहीं है।
रायगढ़ विधानसभा सीट पर इस बार सियासी मुकाबला बेहद खास होने जा रहा है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री और पूर्व आईएएस ओपी चौधरी के चुनावी समर में उतरने के बाद ये सीट प्रदेश की हाट सीट बन गई है। इस सीट पर ओपी चौधरी कांग्रेस सरकार के साथ साथ स्थानीय विधायक को घेरने की पूरी रणऩीति बना चुके हैं। भाजपा प्रदेश में पांच सालों में हुए भष्टाचार को मुद्दा बनाने के साथ साथ स्थानीय विधायक प्रकाश नायक के खिलाफ एंटी इंकमबेंसी को भी मुद्दा बना रही है. भाजपा का कहना है कि साढे चार सालों में सरकार होने के बावजूद स्थानीय विधायक ने कुछ भी नहीं किया। स्थानीय विधायक की अकर्मण्यता और ओपी चौधरी के कलेक्टर रहते हुए पिछले अनुभवों के बलबूते भाजपा जनता के बीच जा रही है और भाजपा को भरपूर समर्थन मिलना तय है। इधऱ राननैतिक विश्लेषकों का ये मानना है कि इस सीट से ओपी जैसे बडे चेहरे के चुनावी मैदान में उतरने के बाद कांटे की टक्कर होने वाली है। कांग्रेस के पास स्थानीय विधायक के अलावा दूसरा कोई बडा चेहरा इस सीट से नहीं है। इस सीट से पिछले चार चुनावों से कोई भी विधायक रिपीट नहीं हुआ है। ऐसे में कांग्रेस के समक्ष इस मिथक को तोडना बडी चुनौती होगी। चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है।
इधऱ स्थानीय विधायक प्रकाश नायक व कांग्रेस संगठन इस बात को खारिज कर रहा है। विधायक प्रकाश नायक का कहना है कि उन्होने अपेन कार्यकाल में करोडों रुपए के विकास कार्य कराए हैं। राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं से लोग भी बेहद खुश हैं। ऐसे में सरकार के प्रति बेहतर माहौल है। भाजपा पूरे पांच सालों तक मुद्दाविहीन रही ऐसे में चुनाव के समय निष्कृयता का बेहूदा आरोप लगा रही है। इधर कांग्रेस संगठन का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी घोषित होने के बाद कांग्रेस ने भी रणनीति के तहत काम शुरु कर दिया है। विधानसभा सीट पर प्रकाश नायक का चुनावी मैदान में उतरना लगभग तय है। उनके पांच सालों के कार्यकाल की उपलब्धियों के भरोसे वे जनता के बीच जाएंगे और लोगों से समर्थन मांगेंगे। इस सीट पर कांग्रेस का रिपीट होना तय है।
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