भंडारी (नगालैंड), 19 फरवरी । म्होनलूमो किकॉन के पास सब कुछ है- वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, एक प्रख्यात कवि हैं और निवर्तमान सरकार के एक सलाहकार भी हैं।
अगर सत्ता-रोधी लहर और उनके पूर्व करीबी सहयोगियों के बीच असंतोष को छोड़ दिया जाए, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक किकॉन वोखा जिले की भंडारी सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर सकते हैं।
इसके अलावा, पिछले दो चुनाव में जीत का मामूली अंतर भी मौजूदा विधायक के लिए सिरदर्द बना हुआ है।
पिछले दो चुनाव अभियानों में एम किकॉन के करीबी सहयोगी रहे एन. ओड्यूओ ने कहते हैं, “वह मिलते-जुलते नहीं हैं। वह जमीन से जुड़े हुए नहीं रह गए हैं। और उन्हें अपनी सीट खोकर खामियाजा भुगतना होगा। ”
ओड्यूओ ने अब नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का दामन थाम लिया है और उसके उम्मीदवार अचुम्बेमो किकॉन के लिए समर्थन जुटाने में व्यस्त है।
साल 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में एम. किकॉन ने ए. किकॉन को क्रमशः 254 मतों और 312 मतों से हराया था। ए. किकोन ने दोनों बार एनपीएफ के टिकट पर चुनाव लड़ा था। एम. किकॉन ने 2013 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के टिकट पर जीत हासिल की थी और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
एनपीएफ के भंडारी विधान सभा क्षेत्र के अध्यक्ष ओड्यूओ ने कहा, “हमने एम. किकॉन के साथ काम किया था जब वह राकांपा के साथ थे और फिर जब वह भाजपा में चले गए थे। हम अभी भी भाजपा के खिलाफ नहीं थे। लेकिन उन्हें टिकट दिए जाने के बाद हमने फिर से एनपीएफ उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया।”
भाजपा विधायक एम. किकॉन के समर्थक इससे अलग राय रखते हैं।
भंडारी विधान सभा क्षेत्र के भाजपा मंडल के प्रमुख एन. शुंगदेमो किकॉन ने कहा, “बेशक, हमारा उम्मीदवार जीत रहा है। लोगों के उत्साह से हम जो अनुमान लगा सकते हैं, उससे इस बार उनकी जीत का अंतर काफी बढ़ जाएगा।”