Nagaland Assembly Elections 2023 : कोहिमा। नागालैंड में चुनाव की तैयारियां जोरसोर है। बीजेपी से लेकर सभी मुख्य पार्टियां अपनी किस्मत अजमाने में लगी हुई है। नागालैंड में 27 फरवरी को विस चुनाव 2023 के लिए मतगणना होनी है। जिसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए है। नागालैंड में कुछ 60 विस सीटें है। जिन पर जेडीयू, बीजेपी, आरजेडी, टीएमसी, एनडीपीपी पार्टी चुनावी मैदान में उतरी है। पिछली बार एनडीपी और बीजेपी ने मिलकर प्रदेश में सरकार बनाई थी।
Nagaland Assembly Elections 2023 बता दूं कि बीजेपी ने मतगणना से पहले ही अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। अभी मतदान हुए भी नहीं और बीजेपी उम्मीदवार ने जीत हासिल कर ली है। नागालैंड में भाजपा के उम्मीदवार काझेतो किनिमी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से फिर से निर्विरोध चुन लिया गया, क्योंकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार खेकाशे सुमी ने शुक्रवार को अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है।
Nagaland Assembly Elections 2023 जिसके बाद अब 59 सीटों पर मतगणना होगी। जिसके लिए कुल 183 उम्मीदवार मैदान में है। जिसके से सिर्फ 4 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल है। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी शशांक शेखर ने शुक्रवार को दी है। अधिकारी ने बताया कि 225 नामांकन प्राप्त हुए थे जिसमें से 25 अवैध पाए गए हैं, जबकि 16 उम्मीदवारों ने शुक्रवार शाम तक अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।
Nagaland Assembly Elections 2023 : सत्तारूढ़ एनडीपीपी 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, भाजपा 20 सीटों पर, कांग्रेस 23 सीटों पर जबकि एनपीएफ 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। लोक जन शक्ति (लोजपा-रामविलास) 15 सीटों पर, एनपीपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 12-12 सीटों पर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नौ सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) सात सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल तीन और भाकपा एवं राइजिंग पीपुल्स पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है।
नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता 27 फरवरी को मतदान करेंगे। 2 मार्च को वोटों की गिनती होगी। नामांकन भरने की अंतिम तिथि 07 फरवरी है और नामांकन वापसी की तिथि 10 फरवरी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि नागालैंड में 12 मार्च को विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
2018 का विस चुनाव भी काफी शानदार रहा है। पूरे देश में चल रही बीजेपी की लहर ने पूर्वी राज्य नागालैंड की ओर भी अपना रूख मोड़ ही लिया था। एनडीपीपी ने पिछली बार (2018) में 18 सीटें जीती थीं, बीजेपी को 12 सीटें मिली थीं और उसने अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सरकार बनाई थी। नागा पीपुल्स फ्रंट को पिछले साल अप्रैल में उस समय करारा झटका लगा था जब पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग के नेतृत्व वाले एनपीएफ के 26 में से 21 विधायकों ने खुद को एनडीपीपी में विलय कर लिया था और केंद्र सरकार के साथ नागा राजनीतिक संवाद में तेजी लाने के लिए सर्वदलीय संयुक्त जनतांत्रिक गठबंधन (यूडीए) का गठन किया।