रायपुर। CG Election 2023 1 Phase Voting आज छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ। बस्तर की 12 और दुर्ग संभाग 8 सीटों पर वोटिंग हुई। लोकतंत्र के पर्व का उत्साह देखने लायक रहा। घोर नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के 100 से ज्यादा गांवों के मतदाताओं को, आजादी के बाद, आज पहली बार मतदान करने का अवसर मिला। कई जगह पर मतदान से पहले लाल आतंक ने ग्रामीणों को मतदान नहीं करने की धमकी दी थी। मगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और मतदाताओं के हौंसलों के आगे नक्सलियों के नापाक मंसूबे ध्वस्त और पस्त हुए।
CG Election 2023 1 Phase Voting बस्तर में लाल आतंक पर लोकतंत्र के पर्व की जीत हुई। त्यौहारी माहौल में मतदान, और उसमें मतदाताओं का जोश, देखने लायक रहा। बस्तर के करीब 120 गांव के ग्रामीण मतदाताओं ने आजादी के बाद पहली बार लोकतंत्र के यज्ञ में अपने वोट की पहली बार आहुति दी। बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित गांव चांदामेटा में जब वोटर मतदान देने पोलिंग बूथ पहुंचे। उत्साह से लबरेज मतदाताओं को कुछ समय पहले लाल आतंक ने धमकाया-डराया था। मगर आज लोकतंत्र और मतदाताओं के हौसलों के आगे लाल आतंक का खौफ फीका नजर आया।
दंतेवाड़ा के बुरगुम गांव में मतदान को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। घोर नक्सल इलाके में माओवादियों ने सड़क काट दी थी, इसके बावजूद ग्रामीण वोट डालने पहुंचे। वहीं दंतेवाड़ा में 1990 के बाद पहली बार मतदान दल पहुंचा। केंद्रीय सुरक्षा बस की चौकस व्यवस्था के कारण 32 साल बाद चेरपाल में मतदान दल की टीम ने सफल वोटिंग कराई।
दंतेवाड़ा और बीजापुर में नक्सलियों ने मतदान रोकने औऱ मतदाताओं के जोश को कम करने के कई प्रयास किए। मगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और लोकतंत्र के आगे लाल आतंक लाचार साबित हुए। बस्तर जो कभी केवल नक्सल प्रभावित क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। वहां आज लोकतंत्र के आगे लाल आतंक ने घुटने टेक दिए। एक-दो छुट-पुट घटनाओं को छोड़ दिया जाए। तो बस्तर के सभी इलाकों से लोकतंत्र के पर्व की खूबसूरत तस्वीर देखने को मिली ।