MP Election 2023 Hot Seat: भोपाल। मध्यप्रदेश में दूसरे चरण का चुनाव कल यानि 17 नवंबर को होगा, अगर बात की जाए बुंदेलखंड की तो यहां पांच सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा, क्योंकि यहां पर शिवराज सरकार के पांच मंत्री चुनावी मैदान में हैं। सागर जिले की तीन सीटें रहली विधानसभा से गोपाल भार्ग पीडब्ल्यूडी मंत्री, खुरई से भूपेंद्र सिंह नगरीय विकास मंत्री, सुरखी से गोविंद सिंह राजपूत की साख दांव पर है। वहीं पन्ना से बृजेंद्र प्रताप सिंह, खनिज मंत्री और टीकमगढ़ के खरगापुर से राहुल लोधी राज्यमंत्री मैदान में हैं। यहां देखिए पूरा समीकरण…
पन्ना विधानसभा से मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का मुकाबला कांग्रेस पार्टी के भारत मिलन पांडे से है। जहां तक मंत्री की स्थिति की बात की जाए तो अभी पन्ना विधानसभा में कांटे का मुकाबला है और यह सीट किसी के भी पाले में जा सकती है, हालांकि मंत्री ने 5 सालों में क्षेत्र में विकास बहुत कराया है लेकिन जहां से हार जीत होती है अजयगढ़ क्षेत्र से, वहां पर कांग्रेस ने स्थानीय प्रत्याशी को मैदान में उतारा है और ब्राह्मण होने के नाते इस विधानसभा में ब्राह्मण और लोधी वोट बहुत ज्यादा है और यही कारण है कि अभी तय कर पाना कि किस ओर चुनाव नतीजे जाएंगे मुश्किल है लेकिन फिर भी मुकाबला कांटे का है कोई भी जीत हार सकता है।
सागर जिले की खुरई विधानसभा क्षेत्र से नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह भाजपा के प्रत्याशी हैं, यहां कांग्रेस ने एक युवा रक्षा राजपूत को प्रत्याशी बनाया है, जहां एक और मंत्री भूपेंद्र सिंह खुरई में किये गए विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं तो दूसरी और कांग्रेस की रक्षा राजपूत क्षेत्र के अधूरे विकास शिक्षा और रोजगार के मुद्दे पर वोट मांग रही हैं। खुरई में अभी तक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और बीजेपी की ओर से सीएम शिवराज सिंह और अनुराग ठाकुर सहित कई बड़े नेताओं की सभाएं हो चुकी है। भूपेंद्र सिंह का खुरई से यह तीसरा चुनाव है, भूपेंद्र सिंह जैसे कद्दावर नेता के सामने युवा रक्षा राजपूत के इस चुनाव पर सबकी नजरें लगी हुई है।
गोपाल भार्गव – सागर जिले की रहली विधानसभा से pwd मंत्री गोपाल भार्गव भाजपा प्रत्याशी हैं। यह चुनाव गोपाल भार्गव का नौवां चुनाव है, रहली से भी इस बार कांग्रेस ने एक युवा ज्योति पटेल को प्रत्याशी बनाया है,ओबीसी बाहुल्य इस रहली सीट पर इस बार गोपाल भार्गव को कांग्रेस चुनोती दे रही है। कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल दो बार से जिला पंचायत सदस्य इसी क्षेत्र से चुनी जा रही है और रहली में बाहुल्य कुर्मी जाति से आती हैं। इस बार रहली में गोपाल भार्गव के कुछ पुराने समर्थकों की नाराजगी का भी सामना गोपाल भार्गव कर रहे हैं, हालांकि रहली गोपाल भार्गव का मजबूत किला माना जाता है।
गोविंद सिंह राजपूत – सागर जिले की हाईप्रोफाइल सीट में एक और सुरखी सीट शामिल है। यहां से राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत भाजपा प्रत्याशी है, जो 2020 में सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे। कांग्रेस ने नीरज शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। नीरज शर्मा राहतगढ नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं। सुरखी में दोनों दलों के बीच मुकाबला है, यहाँ भी कमलनाथ और शिवराज सिंह की सभाएं हो चुकी हैं, ओबीसी बाहुल्य सुरखी में जातीय संगठन बड़ी भूमिका निभाते हैं, इस बार भी जातियों के गणित साधने में दोनों दल जुटे हुए हैं।
टीकमगढ़ की खरगापुर सीट से राहुल लोधी भाजपा के प्रत्याशी है, यहां भी जातीय समीकरण के बल पर हार जीत होती है। खरगापुर सीट भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन 2013 में यहां से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे, हालांकि 2018 में राहुल सिंह लोधी ने यहां बीजेपी की वापसी करा दी थी। भाजपा बुंदेलखंड के सभी सीटों पर फोकस कर रही है। वैसे टीकमगढ़ जिला जिसमें खरगापुर विधानसभा आता है वहां की सभी सीटें भाजपा के पास है, यहां के विधायक राहुल लोधी को शिवराज सरकार में मंत्री पद दिया है, जिससे वहां की जनता को विश्वास में लेने की उन पर जिम्मेदारी होगी। यहां से कांग्रेस ने चंदा सुरेंद्र सिंह गौर को अपना प्रत्याशी बनाया है।