Reported By: Nasir Gouri
,ग्वालियर: MP Assembly Election 2023 मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की भूमिका भी अहम रहेगी। वैसे भी हर बार चुनाव में BSP ने असर दिखाया है। इस बार भाजपा और कांग्रेस के कई असंतुष्टों ने बसपा का दामन थामकर उसकी ताकत को बढ़ा दिया है। 2018 के चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि बसपा ने कई सीटों में अच्छे वोट परसेंटेज से कड़ी टक्कर दी थी। ऐसे में इस बार भी बसपा की रणनीति विरोधियों के खेल को बिगाड़ सकती है।
MP Assembly Election 2023 ग्वालियर चंबल अंचल का बड़ा हिस्सा उत्तरप्रदेश से सटा हुआ है और इसी कारण बसपा की स्थिति MP के बाकी इलाकों से यहां बेहतर है। हालांकि बसपा की मजबूती का फायदा हर बार भाजपा को मिला है, क्योंकि 2008 और 2013 के चुनावों में बसपा को बेहतर वोट मिले थे। दोनों बार भाजपा प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई। जबकि साल 2018 में बीएसपी को कम वोट मिले, तब कांग्रेस मजबूत रही। इसको लेकर बीजेपी का कहना है कि ऐसा इस बार नहीं होने वाला है।
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2018 के चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि बसपा ने कई सीटों में अच्छे वोट परसेंटेज से कड़ी टक्कर दी थी। ग्वालियर चंबल की 34 सीटों में बसपा ने भिंड में बाजी मारी थी। जबकि ग्वालियर ग्रामीण, जौरा और पोहरी में दूसरे नंबर पर पहुंची है। साथ ही 26 विधानसभा सीटों पर तीसरे पायदान पर रही है। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि इस बार के चुनाव में तीसरा कोई दल नहीं है। कांग्रेस ओर बीजेपी के बीच ही मुकाबला है।
मायावती की सभाओं के लिए जो सीट चुनी गईं हैं, उससे साफ है कि वो अपनी पुरानी रणनीति पर काम कर रही हैं। ग्वालियर चंबल में 6 सभाओं का मतलब करीब 24 सीट्स पर बीएसपी कैडर और वोटरों को सक्रिय करना है। हांलकि वो कितना सफल हो पाती है, ये तो नतीजे बताएंगे।