भोपाल: Madhya Pradesh Exit Poll पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव संपन्न हो गई है। जिसके बाद अब सबकी नजर तीन दिसंबर पर टिकी हुई है। क्योंकि तीन दिसंबर को पांचों राज्यों के नतीजे आएंगे। लेकिन इससे पहले 30 नवंबर को अलग-अलग न्यूज चैनल और सर्वे एजेंसीज ने एक्जिट पोल जारी किए है। एग्जिट पोल जारी होने बाद आज पूर्व मंत्री सज्जन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। इसी दौरान पूर्व मंत्री ने कहा कि ये एग्जिट पोल है या प्रीपेड पोल है।
Madhya Pradesh Exit Poll उन्होंने आगे कहा कि कुछ मीडिया घरानों को मैनज करके मध्यप्रदेश के अधिकारियों को दिग्भ्रमित करना और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आत्मविश्वास को तोड़ने का काम भाजपा कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि कल एग्जिट पोल वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें उस संस्था के प्रमुख लोग ही एग्जिट पोल पर सवाल खड़ कर रहे हैं। फिर उस एग्जिट पोल को सही कैसे माना जाए। चार राज्यों में कांग्रेस की सरकार बन रही है। पांचवें राज्य में भी कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनेगी।
एग्जिट पोल के विपरीत ही परिणाम आए है। बीजेपी हाल ही में हुए चुनाव में कहीं नहीं जीती है। एग्जिट पोल के नाम पर दिग्भर्मित करके भाजपा अधिकारियों को डराने का काम कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने की कोशिश भाजपा कर रही है। लेक़िन हमारे कार्यकर्ताओं को मैसेज है, उसे जमीन पर रहकर चुनाव लड़ा है। उसने वोटर की बॉडी लैंग्वेज को देखा है। भाजपा ने घिनौना काम किया है।
चुनाव आयोग पर सज्जन सिंह वर्मा का आरोप है कि बालाघाट मामले में नोडल अधिकारी और एसडीएम को सस्पेंड किया गया। लेक़िन कलेक्टर पर कार्रवाई नहीं की गई। क्योंकि कलेक्टर भाजपा का वफादार था। सज्जन सिंह वर्मा ने दावा कि मध्यप्रदेश में डंके की चोट पर सरकार बनेगी। 3 दिसंबर को मतगणना के बाद मध्यप्रदश में कांग्रेस की सरकार बन रही है। जो विधायक पहले बिक गए थे, वो विधायक नहीं बँधुआ मजदूर थे।