दतियाः Chunavi Chaupal in Sewda छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के साल 2023 बेहद खास रहने वाला है। दोनों राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है। लिहाजा अब दोनों ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मिया बढ़ रही है। विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है तो वहीं सरकार भी विपक्ष के पुराने कार्यकाल के कार्यों का हवाला देते हुए निशाना साध रही है।
इस चुनावी साल में एक बार फिर हम आपके पास आ रहे है। चुनावी चौपाल के जरिए हम आपसे संवाद कर आपके मुद्दों को जानेंगे और सरकार की योजनाओं सहित विधायकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रदर्शन पर फीडबैक लेंगे। इसी कड़ी में आज हम पहुंचे हैं मध्यप्रदेश के दतिया जिले के सेंवड़ा विधानसभा सीट पर…
Chunavi Chaupal in Sewda मध्यप्रदेश के दतिया जिले में आने वाली यह विधानसभा सीट 2008 तक अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी। इस सीट पर हुए 1951 में पहले चुनाव में कांग्रेस के राम दास ने जीत हासिल की थी। इस सीट पर किसी एक पार्टी का बोलबाला नहीं रहता। यहां की जनता पिछले तीन बार से अलग-अलग विधायक को विधानसभा में भेजती आई है।
2008 में जहां बीएसपी के राधेलाल बघेल ने चुनाव जीता था तो वहीं 2013 में बीजेपी के प्रदीप कुमार अग्रवाल को यहां की जनता ने चुना। 2013 के चुनाव में कांग्रेस के घनश्याम सिंह दूसरे स्थान पर थे। 2013 में जीत हासिल करने वाले प्रदीप कुमार अग्रवाल 2008 के चुनाव में दूसरे स्थान पर थे। अग्रवाल को 2008 में जहां 19521 वोट मिले थे, वहीं 2013 में उन्हें 32423 वोट हासिल हुए थे।
2018 के चुनाव परिणाम की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने अपना परचम लहराया था। कांग्रेस प्रत्याशी घनश्याम सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के राधेलाल बघेल को करीब 33 हजार वोटों के अंतर से हराया था। 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी घनश्याम सिंह को 64810 वोट मिले तो वहीं भाजपा प्रत्याशी राधेलाल बघेल 31542 वोट मिले। यहां बसपा के लखन लाल यादव 18 हजार वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
सेंवड़ा विधानसभा में मुद्दों की कमी नहीं है। जब हमने कांग्रेस विधायक के प्रदर्शन को लेकर यहां के स्थानीय मतदाताओं से बात की तो मिलाजुला रूझान मिला। एक मतदाता ने विकास कार्यों को लेकर कहा कि विकास के काम तो हुए हैं। इसके उलट में एक अन्य मतदाता ने यहां के कांग्रेस विधायक ने विकास के काम ठीक से नहीं किया है। पुराने विधायक की घर वापसी करवाना है, उनके कार्यकाल में विकास के काम बहुत अच्छे हुए हैं।
समस्या और मुद्दों के सवाल एक व्यापारी मतदाता ने कहा कि यहां सबसे बड़ी समस्या बाजार और बाईपास की है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। एक अन्य नागरिक ने कहा 5 साल के कार्यकाल में यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों की पार्टियों ने कोई काम नहीं किया है। विकास के नाम पर सेंवड़ा जीरो है।
ग्रामीण इलाकों के मतदाताओं से जब हमने बात की तो सबने कई समस्याओं को गिनाया। एक युवा ने कहा कि सड़क, पानी का बुरा हाल है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।