राजनांदगाँव: नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन जनता कांग्रेस-जे ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। जेसीसी (जे) ने राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से अपने जिला अध्यक्ष शमशुल आलम को मैदान में उतारा है। वहीं दूसरी और कांग्रेस पार्टी में अपनी बगावत तेवर दिखाते हुए कांग्रेस के पूर्व महापौर रहे नरेश डाकलिया ने स्थानीय नेताओं को प्राथमिकता नहीं देने से क्षुब्ध होकर राजनांदगांव विधानसभा से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।
नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के आखिरी दिन कांग्रेस से बागी होकर पूर्व महापौर नरेश डाकलिया ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। पूर्व महापौर नरेश डाकलिया का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस ने स्थानीय नेताओं को नजरअंदाज कर दिया है और बाहरी व्यक्तियों को टिकट दिया है जिससे वह स्थानीय लोगों के सम्मान में चुनाव मैदान में है। हालांकि नरेश डाकलिया इससे पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और फिर भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर वह पुनः कांग्रेस में घर वापसी कर लिया था। नरेश डाकलिया कांग्रेस के कर्मठ सिपाही माने जाते रहे और महापौर पद में रहते हुए वह काफी सक्रिय भी रहे हैं, ऐसे में अब कांग्रेस से बगावत कर वे चुनाव मैदान में है। नरेश डाकलिया का कहना है कि उनका एक ही नारा है राजनांदगांव के सम्मान में नरेश डाकलिया मैदान में।
कांग्रेस के पूर्व महापौर नरेश डाकलिया आज अपने समर्थकों के साथ अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने जिला कार्यालय पहुंचे। पिछले एक-दो दिनों में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बैठकर भी की और उम्मीद जताई जा रही थी कि वह आम आदमी पार्टी के संपर्क में है और आप से अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं, लेकिन आज नामांकन दाखिल करने पहुंचे नरेश डाकलिया ने स्पष्ट करते हुए कहा कि वह किसी पार्टी से नहीं बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। नरेश डाकालिया के चुनाव मैदान में उतरने से क्षेत्र में सियासी खलबली भी है। अब नरेश डाकलिया अपना नाम वापस लेते हैं या फिर स्थानीय नेताओं की उपेक्षा के चलते हुए चुनाव मैदान में डटे रहते हैं यह नामांकन वापसी प्रक्रिया के बाद ही स्पष्ट होगा।