रायपुर: कांग्रेस ने उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है। सात नामों वाले इस लिस्ट में कांग्रेस ने चार विधायकों के नाम काट दिए है। सबसे चौंकाने वाला नाम कसडोल का है जहां बड़े नेताओं की सबसे विश्वस्त रही शकुंतला साहू का नाम भी सूची से गायब है। पार्टी ने यहाँ से उनकी जगह संदीप साहू को टिकट दिया है। इस तरह जातीय समीकरण का संतुलन बनाये रखते हुए कांग्रेस ने पार्टी के भीतर डैमेज कंट्रोल का प्रयास किया है। शकुंतला के खिलाफ स्थानीय संगठन में भारी विरोध था जिसके बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे की शकुंतला को इस बार शायद ही पार्टी मौका दे। यह कयास सही साबित हुआ।
बात करें रायपुर शहर के उत्तर सीट की तो यहाँ से पार्टी ने अपने पुराने चेहरे कुलदीप जुनेजा पर भरोसा जताया है। उत्तर सीट के नाम पर लगातार हो रहा मंथन और देर की वजह से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस रायपुर शहर उत्तर से कुलदीप जुनेजा की जगह किसी और चेहरे पर अपना भरोसा जाता सकती है। दूसरी तरफ रायपुर दक्षिण से महंत रामसुंदर दास का नाम तय होने के बाद मुस्लिम समाज इस सीट से मौजूदा रायपुर महापौर एजाज ढेबर को उम्मीदवार बनाये जाने की मांग पर अड़ गया था। पिछले दिनों हजारो की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजीव भवन में इस बात को लेकर हंगामा भी किया था और पार्टी को चेतावनी भी दे डाली थी।
वही टिकट वितरण से ठीक पहले ही कुलदीप जुनेजा को सीएम भूपेश ने फिर से बड़ी जिम्मेदारी दी थी। सरकार ने उन्हें दूसरी टर्म के लिए कैबिनेट का दर्जा देते हुए छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मंडल का का प्रमुख नियुक्त कर दिया था। इस नियुक्ति के बाद भी उनकी उम्मीदवारी को लेकर सवाल उठने लगे थे।
रायपुर की उत्तर विधानसभा सीट जहां का प्रत्याशी तय करने में बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों के पसीने छूट जाते हैं। यहां व्यापारी वर्ग टिकट को लेकर ज्यादा उम्मीद में रहता है। भाजपा की अगर बात करें तो यहां से 2008 में सच्चिदानंद उपासने, उसके बाद 2013-2018 में श्रीचंद सुंदरानी को मौका दिया गया। 2023 में भी भाजपा के कई व्यापारी नेता अपनी दावेदारी कर रहे थे, जिसमें केदार गुप्ता का नाम सबसे ऊपर था, लेकिन इस बार भाजपा ने यहां से व्यापारी को नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल कर सलाहकार पुरंदर मिश्रा को मौका दिया है। जबकि कांग्रेस ने कुलदीप जुनेजा को लगातार चौथी बार रायपुर शहर उत्तर से टिकट दिया है।
बात करें 2018 के चुनाव की तो कांग्रेस के कुलदीप जुनेजा को कुल 59 हजार 843 वोट मिले थे। इसी तरह दुसरे नंबर पर रहे भाजपा के श्रीचंद सुंदरानी को 43 हजार 502 मत। तीसरी शक्ति के तौर पर चुनाव में हाथ आजमाने वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने 2018 में यहाँ से अमर गिडवानी को उम्मीदवार बनाया था, तब उन्हें महज 2510 वोट ही हासिल हुए थे जबकि आम, आदमी पार्टी से किस्मत आजमाने वाले योगेंद्र सेन को महज 898 वोटो से संतुष्ट होना पड़ा था। इस तरह कुलदीप जुनेजा ने 54.4% फ़ीसदी वोट हासिल कर तीसरी बार यहाँ से कांग्रेस का विजय पताका लहराया था।