रायपुर: चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों में तीन राज्यों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। एमपी में जहाँ शिवराज सिंह को हटाकर उनके सत्ता में आने का सपना चकनाचूर हो गया तो वही छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया। सबसे करारी हार का सामना कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में ही करना पड़ा। पिछली बार प्रचंड सीटों के साथ सरकार में आई कांग्रेस की सीट इस बार आधी रह गई।
बात करें कोरबा जिले में चुनावी नतीजों की तो यहाँ इस बार बड़ा उलटफेर नजर आया है। कोरबा सीट पर जहां प्रदेश के राजस्व मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल को करारी हार का सामना करना पड़ा तो वही कटघोरा सीट भी कांग्रेस से छीन गई। यहाँ से इस बार भी पूर्व विधायक बोधराम कंवर के बेटे पुरषोत्तम कंवर मैदान में थे। हालांकि रामपुर में भाजपा के ननकीराम और पाली-तानाखार में रामदयाल उइके को हार का मुंह देखना।
कोरबा सीट पर भाजपा प्रबंधन की कमान इस बार पूर्व दिवंगत सांसद बंशीलाल महतो के बेटे और पदाधिकारी विकास महतो के हाथ में थी। नतीजों के बात आईबीसी24 के रिपोर्टर धीरज दुबे ने उनसे बातचीत की और पूरे मैनेजमेंट समझने की कोशिश की। बातचीत में विकास महतो ने इस जीत का श्रेय स्थानीय कार्यकर्ता के साथ शीर्ष नेतृत्व की छवि और स्थानीय उम्मीदवार लखनलाल देवांगन के सरल सहज व्यक्तित्व को दिया। महतो ने इस दौरान पूर्व विधायक जयसिंह अग्रवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कोरबा में आज 15 सालो के भय, धमकी और भ्रष्टाचार का अंत हुआ है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि आखिर काठ की हांडी कितने बार चढ़ेगी।