रायपुर। CG Assembly Election 2023 पूर्व CM रमन सिंह ने आज तय समय पर राजनांदगांव सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। आचार संहिता लगने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने परिवर्तन रैली के मंच पर भूपेश सरकार को सीधे बिरनपुर हिंसा मामले पर गंभीर आरोप लगाते हुए करारा प्रहार किया। भाजपा साजा सीट पर मंत्री रविंद्र चौबे के सामने बिरनपुर हिंसा के पीड़ित परिवार से ईश्वर साहू को टिकट देकर मैदान में उतार चुकी है, बीजेपी की मंशा इसके जरिए कांग्रेस को तुष्टितकरण और कानून व्यवस्था पर घेरने की है। बड़ा सवाल ये कि भाजपा के इस दांव का असर क्या होगा, इन गंभीर आरोपों का कांग्रेस, चुनाव मैदान में कैसे सामना करेगी?
CG Assembly Election 2023 प्रदेश में 7 नवंबर को पहले चरण की वोटिंग है जिसके लिए 13 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 16 अक्टूबर को तय कार्यक्रम के तहत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राजनांदगांव दौर पर पहुंचे। आचार संहिता लगने के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ आए अमित शाह ने परिवर्तन रैली को संबोधित किया। शाह ने मंच से भूपेश सरकार पर सबसे बड़ा हमला बिरनपुर हिंसा मामले पर बोला, कहा कि सरकार ने भुनेश्वर साहू को लिंचिंग के जरिए मार डाला, उसकी शहादत बेकार नहीं जाएगी, एक बिरनपुर मामले के जरिए भाजपा ने कांग्रेस को मॉब लिंचिग, किसान, कानून व्यवस्था और तुष्टिकरण के एंगल पर चित करने का प्रयास किया।
शाह के वार पर कांग्रेस की ओर से पलटवार का मोर्चा संभाला कैबिनेट मंत्री और साजा से फिर प्रत्याशी बने रविंद्र चौबे ने चौबे ने कहा कि साजा में तुष्टिकरण की राजनीति नहीं हो रही है,गृहमंत्री को देश की समस्याओं पर बोलना चाहिए, प्रदेश की जनता अब झांसे में नहीं आएगी।
अपने तकरीबन सभी उम्मीदवार उतारकर भाजपा अब ऐग्रेसिव कैंपेनिंग में जुट चुकी है। एक तरफ शाह-मोदी की सभाओँ में शक्ति प्रदर्शन कर माहौल बनाने का प्रयास है तो दूसरी तरफ बिरनपुर हिंसा मामले को जिंदा रख बीजेपी प्रदेश के बड़े साहू समाज के सेंटिमेंट्स के जरिए ना सिर्फ साजा बल्कि पूरे प्रदेश में तुष्टिकरण की सियासत के आरोप पर कांग्रेस को घेरने का प्लान बना चुकी है। बड़ा सवाल कांग्रेस के पास भाजपा के इस प्लान का क्या जवाब है?