कोरिया: जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक कुमार बंसल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने आज कलेक्ट्रेट सभागृह में जिले के वरिष्ठ मीडिया कर्मियों के साथ आगामी आम निर्वाचन के संबंध में बैठक लेकर निर्वाचन आयोग के निर्देशों सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर लंगेह ने कोरिया जिला स्थित बैकुण्ठपुर तथा भरतपुर-सोनहत विधानसभा से संबंधित जानकारियों को पत्रकारों के साथ साझा किया। लंगेह ने पत्रकारों को बताया कि निर्वाचन संबंधी तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। मतदान केन्द्रों में दिव्यांग मतदाताओं के लिए रैम्प बनाने के अलावा पानी, बिजली की समुचित व्यवस्था भी समय पूर्व करने की जानकारी दी।
उन्होंने पत्रकारों को जिला स्तर पर मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति (एमसीएमसी) गठन होने की जानकारी दी, इसके तहत राजनीतिक विज्ञापनों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले एमसीएमसी से प्रमाणन की आवश्यकता होगी। सोशल मीडिया प्रचार के व्यय को उम्मीदवार के चुनाव व्यय खाते में शामिल करना होगा। सोशल मीडिया वेबसाइटों सहित इंटरनेट पर पोस्ट की गई सामग्री पर आदर्श आचार संहिता लागू होगी। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करते समय अपने प्रामाणिक सोशल मीडिया खातों को विवरण संलग्न करना होगा।
कलेक्टर लंगेह ने हेट स्पीच के बारे में भी पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि आईपीसी की सेक्शन 295ए तथा 153 ए के तहत किसी भी वर्ग, धर्म जाति जन्म स्थान, निवास, भाषा व सम्प्रदाय के खिलाफ अभद्र बोली-भाषा का उपयोग नहीं किया जाएगा, अथवा ऐसे करते पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज के संबंध में लंगेह ने बताया कि भ्रामक व फेक खबर आम चुनाव के समय ज्यादातर देखने को मिलते हैं, इसे रोकने के लिए पत्रकारों से आग्रह किया कि जब तथ्यपरक खबर न हो ऐसे फेक समाचार को जारी न किया जाए। लंगेह ने पेड न्यूज के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही निर्वाचन के समय किसी प्रकार की कोई समस्या आने पर संबंधित निर्वाचन अधिकारी से सम्पर्क करने का आग्रह किया।
पुलिस अधीक्षक बंसल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की गलत, भ्रामक व फेक समाचार प्राप्त होते ही एमसीएमसी को या स्थानीय पुलिस प्रशासन को जरूर अवगत कराएं ताकि समय पर ऐसे खबरों पर अंकुश लग सके। सीईओ चतुर्वेदी ने पत्रकारों से कहा कि मजबूत लोकतंत्र के लिए पारदर्शी पत्रकारिता जरूरी है। ऐसे में पत्रकार और मीडिया से अपेक्षा है कि आगामी आम चुनाव के समय जिला निर्वाचन को सहयोग अवश्य करें साथ ही भ्रामक व फेक न्यूज को रोकने के लिए अपने स्तर पर भी कार्यवाही सुनिश्चित करें। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया में किसी भी प्रकार की भ्रामक व फेक खबर जारी न हो इस बात की निगरानी रखने का आग्रह किया।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती नंदिनी साहू ने मुख्य निर्वाचन कार्यालय से जारी निर्देशों के बारे में विस्तार से जानकारी। बैठक में जिले के प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि, जनसम्पर्क विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।