बेमेतरा: कांग्रेस ने इस बार बेमेतरा सीट से अपने पुराने विधायक को ही रिपीट करने का फैंसला किया है। उन्होंने मौजूदा विधायक आशीष छाबड़ा को फिर से एक बार बेमेतरा विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है। लेकिन कांग्रेस की उम्मीदों पर दागी उम्मीदवार आशीष छाबड़ा पानी ना फेर दे संगठन को इस बात का डर भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि आशीष छाबड़ा अपने पद और पहुँच का इस्तेमाल आम लोगों की समस्यायों को सुलझाने के लिए भले न कर रहे हो लेकिन देश-प्रदेश के साथ आम लोगों की सुरक्षा में लगे पुलिस के जवान के खिलाफ कर रहे है। विधायक जैसे बड़े पद पर पहुंचने के बावजूद आशीष छाबड़ा की कलई उस वक़्त खुल गई थी जब इसी साल एक पुलिस के जवान ने विधायक छाबड़ा पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे। जवान ने यहाँ तक कह दिया था कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह आत्मदाह कर लेंगे। अब ऐसे में समझा जा सकता है कि क्षेत्र में आशीष छाबड़ा की गुंडागर्दी और दबंगई किस स्तर पर पहुंच चुकी है जो अपने गुंडा स्वभाव के चलते पुलिस के जवानों के लिए भी मुसीबत बन गए है।
बता दे कि आशीष छाबड़ा जो खुद को बेमेतरा का विकास पुरुष बताते है लेकिन उनकी छवि इससे उलट है। उनपर आपराधिक मामले भी दर्ज है। आशीष छाबड़ा के खिलाफ धारा 307 यानी हत्या के प्रयास के मामले भी पंजीबध्द है। सभी मुकदमे बेमेतरा और बेरला थानों में दर्ज है।
दरअसल जिले में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक ने बताया था कि उनके खिलाफ बेमेतरा कांग्रेस विधायक आशीष छाबड़ा के द्वारा गोपनीय तरीक़े से झूठा आरोप लगाकर एक लेटर डीजीपी को भेजा गया है। इसके बाद से जवान मानसिक रूप से काफी परेशान रहे. उन्होंने विधायक पर आरोप लगाया कि उन्होंने जवान को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है. वेतन रुकने से उनके सामने भूखे मरने की स्थिति पैदा हो गई थी। जवान विधायक के गुंडागर्दी से इस कदर परेशान था कि उसने आत्मदाह तक की धमकी दे डाली थी। वही दूसरी तरफ अपनी सफाई में विधायक आशीष छाबड़ा ने पुलिस के प्रधान आरक्षक के लगाएआरोपों को निराधार बताया था। इससे समझा जा सकता है कि बेमेतरा किस तरह बेलगाम होकर अपने इलाके के पुलिसकर्मियों को भी प्रताड़ित करने से पीछे नहीं हट रहे है।
इस बारें में अरुण साव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने बताया था कि बेमेतरा जिला के पुलिस आरक्षक जिन्हे प्रताड़ित किया गया है वह ‘छत्तीसगढ़ रत्न’ से सम्मानित हैं। कई बार ब्लड डोनेट किया है। उन्होंने तो आत्मदाह करने का राज्यपाल को पत्र लिखा है ये चिंता करने वाला है। किस प्रकार से बेमेतरा के विधायक उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने बताया की कांग्रेस विधायक इस तरह साहू समाज को भी अपमानित करने का काम कर रहे है।
आशीष छाबड़ा की आपराधिक प्रवृत्ति की कलई खुद उसके निर्वाचन कार्यालय को सौंपे गए दस्तावेज खोल रहे है। अपने दस्तावेज में आशीष छाबड़ा ने जो उल्लेख किया है उसके मुताबिक़ छाबड़ा के खिलाफ बेमेतरा और बेरला थाने में प्रकरण पंजीबद्ध है।
निर्वाचन कार्यालय में आशीष छाबड़ा ने अपना और अपनी पत्नी चल अचल सम्पत्तियों का खुलासा किया है। दस्तावेजों की माने तो आशीष छाबड़ा की वार्षिक आय 13 लाख रुपये से ज्यादा है। इसी तरह उनकी पत्नी अमृत कौर छाबड़ा भी इस मामले में पीछे नहीं है। उनकी सालाना आय भी साढ़े 9 लाख रूपये से अधिक है। देखें छाबड़ा दंपत्ति के चल-अचल सम्पत्तियों का ब्यौरा
Aashish Chhabra Affidavit-1699894071 by ishare digital on Scribd