MP CG Weather Update: उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है, दिल्ली में सीजन की सबसे ठंडी सुबह दर्ज की गई। पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में तापमान गिर रहा है। कई राज्यों में कोहरा छाने लगा है। दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पंजाब, बिहार समेत कई और राज्यों में शीतलहर की संभावना है। मन्नार की खाड़ी के ऊपर स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र अब कोमोरिन क्षेत्र पर स्थित हो गया है। यह पश्चिम में कोमोरिन क्षेत्र से होते हुए मालदीव और दक्षिण लक्षद्वीप की ओर बढ़ेगा। इसके कारण मौसमी गतिविधियों में बदलाव दिखेगा।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रदेशभर में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी है। बीते 24 घंटे में कई जिलों में 4 डिग्री तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रात ही नहीं यहां दिन में भी शीतलहर के हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने 13 और 14 दिसंबर को शीतलहर चलने की आशंका जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर में भी अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास या उससे थोड़ा कम है। अगले कुछ दिनों में दिन के तापमान में भी गिरावट आएगी।
बात करें मध्यप्रदेश की तो पहाड़ों पर बर्फबारी और सर्द हवाओं का असर देखने को मिल रहा है। अगले 3 दिन मौसम विभाग ने अलर्टजारी करते हुए कहा है कि, 16 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में कोल्ड वेव्स देके को मिलेगा। जबलपुर-सिवनी समेत 18 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। भोपाल, नीमच, मंदसौर, धार, शाजापुर, राजगढ, सागर, सिवनी, जबलपुर, कटनी, शहडोल, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़ और निवाड़ी में सर्द हवा चलेंगी। वहीं, सीहोर, रायसेन, विदिशा में सर्द हवा चलने के साथ कोल्ड डे भी रहेगा। नरसिंहपुर में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी।
छत्तीसगढ़ में 13 और 14 दिसंबर को शीतलहर चलने की संभावना है, जबकि मध्यप्रदेश में भी ठंड बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिन सर्द हवाओं का असर रहेगा।
मध्यप्रदेश के 18 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तापमान में गिरावट और सर्द हवाओं का असर देखा जा सकता है।
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, घर के अंदर रहें, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें, और हीटर का उपयोग करें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
जी हां, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में ठंडी हवाओं का असर महसूस किया जा सकता है, जिससे तापमान में गिरावट हो सकती है।
शीतलहर को देखते हुए कुछ जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव या छुट्टियों की घोषणा की जा सकती है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन से जानकारी लें।