भोपाल। MP Mausam Latest Update : मध्यप्रदेश में कड़ाकी ठंड के साथ मौसम लगातार बदलता जा रहा है। इस समय पूरे प्रदेश में कोहरे का असर देखा जा रहा है। साल के आखिरी दिनों में कोहरे, बारिश और तेज हवाएं अपना रूप दिखाएंगी। कुछ जिलों में बारिश का दौर भी जारी है। वहीं राजधानी में 17 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है। बारिश के साथ कई शहरों में ओलावृष्टि हुई। हालांकि न्यूनतम तापमान में अभी बढ़ोतरी बनी हुई है। 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
आज जबलपुर-रीवा समेत 26 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के साथ ओले गिरे हैं। चंबल और बुंदेलखंड में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में धान उपार्जन केंद्रों पर बारिश से समस्याएं पैदा हो गईं हैं। मंदसौर में करीब 63, नर्मदापुरम में 53 मिमी, सीहोर और उज्जैन में 50 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
वहीं पूर्वी मध्यप्रदेश के सागर में 33 मिमी, खजुराहो और पन्ना में 32 मिमी, दमोह में 30 मिमी और जबलपुर में 25 मिमी बारिश की गई। नरसिंहपुर शहर की रात सबसे ठंडी रही। नरसिंहपुर 11.6 डिग्री दर्ज हुआ, नौगांव (छतरपुर) में 14.5 डिग्री, राजगढ़ में 14.6 डिग्री.. देवरा (सिंगरौली) में 12.6 डिग्री और खंडवा,मंडला,टीकमगढ़ में 15 डिग्री दर्ज किया गया।
आज प्रदेश के अधिकांश जिलों में 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चल सकती है। अगले तीन दिन प्रदेश में ठंड और अधिकांश हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाने की भी चेतावनी जरी की गई है। नए साल के पहले हफ्ते में कई शहरों में शीतलहर चलने की संभावना है। 3 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पहुंच सकता है, इसका मध्य प्रदेश में भी असर देखने को मिलेगा।
मध्यप्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड और कोहरे का असर देखा जा रहा है। कुछ जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 17 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दर्ज किया गया है और अगले तीन दिन तक ठंड और घना कोहरा रहने की संभावना है।
आज जबलपुर, रीवा समेत 26 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है। चंबल और बुंदेलखंड में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है।
नरसिंहपुर में 11.6 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे कम तापमान दर्ज किया गया।
अगले तीन दिनों में मध्यप्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ घना कोहरा छाने की संभावना है। हवा की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
नए साल के पहले हफ्ते में शीतलहर चलने की संभावना है, और 3 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पहुंचेगा, जिसका असर मध्य प्रदेश में भी दिखाई दे सकता है।